वन नेशन, वन इलेक्शन’ जैसे कदम देशहित में आवश्यक :आरसीपी सिंह
1966 तक भारत में एक राष्ट्र, एक चुनाव की प्रणाली थी लागू
बिहारशरीफ (नालंदा) : आज “आप सबकी आवाज़” (आसा) के केंद्रीय कार्यालय मुस्तफापुर (अस्थावां) में भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आरसीपी सिंह ने पटेल जी के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर हुए लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “सरदार वल्लभ भाई पटेल का पूरा जीवन प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने अपने अद्भुत नेतृत्व से देश के एकीकरण को संभव बनाया। यदि तत्कालीन सरकार ने उनके सुझावों को अपनाया होता, तो आज भारत का नक्शा और भी मजबूत और संगठित होता।
सरदार पटेल के विचारों और उनके योगदान को याद करते हुए हमारी पार्टी “आसा” ने उनकी अनुकरणीय शिक्षा को आत्मसात करने का संकल्प लिया है।
वन नेशन, वन इलेक्शन’ के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जिस प्रकार पटेल जी ने राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोया उसी भावना के साथ वन नेशन, वन इलेक्शन’ जैसे कदम देशहित में आवश्यक है। 1966 तक भारत में एक राष्ट्र, एक चुनाव की प्रणाली लागू थी। हालांकि, उसके बाद विधानसभाओं और लोकसभा के लिए हुए कई उपचुनावों ने इस प्रथा को बाधित कर दिया। पहले इस प्रणाली ने बहुत ही कुशल परंपरा स्थापित की थी। इसका सबसे बड़ा लाभ संसाधनों की महत्वपूर्ण बचत थी। तेजस्वी यादव द्वारा बिहार के हर महिला को 2500 रुपए प्रति महीना देने के घोषणा करने को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि “बिहार का बजट 2.65 लाख करोड़ रुपये का है और राज्य की आधी आबादी महिलाओं की है। अगर महिलाओं को 2,500 रुपये प्रति माह दिए जाएं, तो यह राशि घर चलाने, बच्चों की शिक्षा और बेहतर पोषण जैसे निजी खर्चों पर खर्च होगी। श्रद्धांजलि सभा में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह कोषाध्यक्ष बिपिन यादव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुन्ना सिद्दीकी, छात्र शक्ति प्रदेश अध्यक्ष बिट्टू बजरंगी, प्रदेश उपाध्यक्ष जमील शाह, उपेंद्र कुमार विभूति , जिला अध्यक्ष आनंद कुमार, बिहारशरीफ महानगर उपाध्यक्ष महेश कुशवाहा, प्रियदर्शी अशोक, सहित सभी प्रखंड अध्यक्ष एवं संगठन के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।