बिहारशरीफ । जिला दंडाधिकारी -सह- जिलाधिकारी शशांक शुभंकर एवं पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा की संयुक्त अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आगामी ईद उल फितर (ईद ) , चैती छठ, उर्स मेला एवं रामनवमी पर्व के अवसर पर नालंदा जिलान्तर्गत शांति व्यवस्था एवं विधि व्यवस्था सुदृढ़ करने के उद्देश्य से जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई । जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि आगामी ईद/ चैती छठ/ चिराग़ा एवं रामनवमी पर्व जिलेभर में शांतिपूर्ण /सौहार्दपूर्ण/ वातावरण में पर्व संपन्न कराना सुनिश्चित करेंगे ।
उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निदेशानुसार लोकसभा आम निर्वाचन 2024 के मद्देनजर सम्पूर्ण जिलेभर में आदर्श आचार संहिता लागू है, दंड प्रावधान संहिता धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है ।हम सभी जिलेवासियों को भारत निर्वाचन आयोग के गाइडलाइन का अक्षरशः अनुपालन करना नितांत आवश्यक है । उन्होंने कहा कि पर्व के अवसर पर किसी भी प्रकार का जुलूस का रूट चार्ट के अनुसार एक जुलूस में 200 लोगों तक ही परमिशन दे । डीजे पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगे, सभी मुख्य चौक चौराहों / मार्गो पर दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित की जाएगी, सीसीटीवी कैमरे क्रियाशील रखे जाएंगे, जुलूस का वीडियो ग्राफी किया जाएगा, ट्रैफिक व्यवस्था /साफ सफाई आदि की समुचित व्यवस्था की जाएगी ।
आपसी भाईचारगी/ सौहार्दपूर्ण वातावरण में पर्व शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न करने हेतु सभी आवश्यक तैयारियां पूर्व में सुनिश्चित करेंगे।
सख्त निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि पर्व के अवसर पर असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर रखी जाएगी, सौहार्द पूर्ण माहौल खराब करने वाले शख्स को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी । उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया/ फेक न्यूज़ ,अश्लील गाने एवं भड़काऊ बयान बाजी जैसे मामलों को गंभीरता से लें । भेदभाव उत्पन्न करने वालों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें । पर्व के अवसर पर दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित की जाएगी । छठ घाटों पर गोताखोर की व्यवस्था, साफ सफाई, लाइटिंग,चेंजिंग रूम, पेयजल आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ।पुलिस अधीक्षक ने अपने संबोधन में कहा कि ईद /चैती छठ/ चिराग़ा एवं रामनवमी पर्व शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न कराएं।अपने-अपने क्षेत्रों में स्थानीय लोगों को शांतिपूर्ण माहौल में पर्व मनाने के लिए प्रेरित करें। अनुमंडल ,प्रखंड एवं वार्ड स्तर पर शांति समिति की बैठक सुनिश्चित करें । उन्होंने कहा कि जुलूस की संख्या छोटी से छोटी /कम से कम करें , ताकि और असामाजिक तत्वों को विवाद करने का मौका न मिल सके ।
सोशल मीडिया /फेक न्यूज़ पर पैनी नजर रखे , दोषियों को किसी भी हालत में नहीं बख्शे ।सख्त निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी जुलूस का रूट चार्ट के अनुसार परमिशन लेना नितांत आवश्यक होगा, डीजे पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगे, अश्लील गाने/ भड़काऊ बयान बाजी करने वालों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें ।
जिलेभर में दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों का पुख्ता इंतजाम ,सीसीटीवी कैमरे, वीडियो ग्राफी, साफ सफाई आदि की समुचित व्यवस्था की जाए ।
ट्रैफिक मैनेजमेंट के उद्देश्य से मोटरसाइकिल सवार एवं वाहनों द्वारा जुलूस नहीं निकाले जाएंगे ।
असामाजिक तत्वों/नशा खुरानी पर पैनी नजर रखे, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें ।सख्त निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि पर्व के मद्देनजर किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी ।इस अवसर पर उप विकास आयुक्त,अपर समाहर्ता/नगर आयुक्त/ सहायक समाहर्ता/ विशेष कार्य पदाधिकारी गोपनीय शाखा/सभी अनुमंडल पदाधिकारी ,अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी ,अंचलाधिकारी , थानाध्यक्ष आदि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ें थें ।