नालंदा। मातृ शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए सुरक्षित प्रसव को लेकर नर्स को दक्ष बनाया जा रहा है। इसके लिए सात प्रखंडों की 12 नर्सों को 21 दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। ये प्रशिक्षित नर्स अपने-अपने अस्पतालों में जाकर जहां सुरक्षित प्रसव कराएंगी। वहीं वहां काम कर रही अन्य नर्स को प्रशिक्षण भी देंगी। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद सदर अस्पताल में गुरुवार को नर्स को सीएस डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने प्रमाण पत्र दिया। मृत्यु दर को कम करने में इनकी भूमिका अहम होगी। सीएस ने बताया कि नर्स को स्किल्ड बर्थ अटेंडेंट (एसबीए) का प्रशिक्षण देकर सुरक्षित प्रसव में दक्ष बनाया गया है। ये अब प्रसव के समय आने वाली हर दिक्कतों व परेशानियों को देख सकेंगी। चार डॉक्टरों की देखरेख में सदर अस्पताल में इन्हें दक्ष बनाया गया है। इसके पहले अन्य आठ प्रखंडों की एक-एक नर्स को इसका प्रशिक्षण दिया जा चुका है। सभी 20 प्रखंडों में एक-एक दक्ष नर्स रहेंगी। इसके लिए चरणबद्ध तरीके से नर्स को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। डॉ. प्रियंका कुमारी, डॉ. पंकज कुमार, डॉ. वीणा प्रभा व डॉ. राजशेखर ने उन्हें प्रशिक्षण दिया है। प्रमाणपत्र पाने वालों मेंहरनौत से डीहरी की अंजु कुमारी, डॉली कुमारी, अस्थावां से कैला की रीता कुमारी, सारे की नेहा कुमारी, इस्लामपुर से खुदागंज की चांदनी कुमारी, बौरीडीह की कोमल कुमारी, परवलपुर से अलावां की साधना कुमारी, कुतलुपुर की जुही कुमारी, चंडी से गंजपर की नीतु कुमारी, बेलछी की कुमारी मीना सिन्हा, एकंगरसराय से मंडाछ की चंद्रप्रभा कुमारी व रहुई से गोवरिया की अफसाना अंजुम शामिल है।
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April 5, 2024