नालंदा। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर कोसुक स्थित पंचाने नदी घाट पर सोमवार को श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। इस मौके पर दूर-दराज से आए हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई और पूजा-अर्चना की। ऐसी मान्यता है कि आज के दिन सूर्य उदय से पूर्व इस नदी में स्नान कर दीप दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि जब भगवान कृष्ण मगध नरेश जरासंध का वध करने राजगीर आए थे तो इस जगह पंचाने नदी में स्नान कर तुलसी का पेड़ लगाकर पूजा अर्चना किए थे। उस वक्त इस क्षेत्र को गोविंद क्षेत्र कहा जाता था, इस कारण आज के दिन यहां भारी संख्या में लोग कार्तिक स्नान कर तुलसी के पौधे का पूजा अर्चना करते है। इस मौके पर यहां मेले का आयोजन किया जाता है। जिसमें मिट्टी के बर्तन और सुथनी एक प्रकार का फल की खूब बिक्री होती है। पुजारी उमाकांत पांडेय ने बताया कि आज के दिन पवित्र नदी व पोखर में स्नान करने का विशेष महत्व है। जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से नदी व पोखर में स्नान कर पूजा-अर्चना करते हैं उनकी मुरादे पूरी होती है। यही वजह है कि कोसुक में जिले के विभिन्न इलाकों से हजारों लोग यहां पर आते हैं। इधर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए जिला व पुलिस प्रशासन की ओर से व्यापक बंदोबस्त किया गया था। हालांकि अधिक भीड़ होने के कारण कोसुक पुल पर पूरे दिन जाम का नजारा रहा। लेकिन तैनाती पुलिस पदाधिकारी व कर्मी बड़े ही संजीदगी से यातायात व्यवस्था को बनाए रखा।
Related Stories
April 5, 2024