नालंदा। रहुई में हुए हत्याकांड में पेशे से एक शिक्षक के शामिल होने से सदर डीएसपी ने सभी शिक्षण संस्थानों से अपील की है कि किसी भी शिक्षक को अपने संस्थान में जगह देने से पहले उनकी व्यक्तिगत जानकारी और चरित्र प्रमाण पत्र आदि जरूर लें। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज के सबसे सम्मानित और जिम्मेदार व्यक्ति होते हैं। उनके बच्चे और युवाओं की भविष्य की जिम्मेदारी होती है। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि शिक्षकों की पूरी तरह से जांच पड़ताल कर उन्हें भर्ती किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि किसी शिक्षक के खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज है या उसकी चरित्र में कोई कमी है, तो उसे शिक्षक के रूप में नियुक्त नहीं किया जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों को इस मामले में सजगता बरतने की जरूरत है और शिक्षकों की भर्ती के लिए एक पारदर्शी प्रक्रिया अपनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि किसी शिक्षण संस्थान में कोई शिक्षक किसी आपराधिक मामले में शामिल पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह अपील एक सकारात्मक कदम है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि शिक्षकों की भर्ती में पारदर्शिता रहे और समाज में शिक्षकों की छवि को धूमिल करने वाले लोगों को रोका जा सके।