नालंदा। शहर के बड़ी पहाड़ी तिराहे पर इस बार अक्षरधाम मंदिर के जैसा पूजा पंडाल बनाया जा रहा है। इसकी आकर्षकता माता रानी के दर्शन को आने वाले लोगों को मंत्रमुग्ध कर देगी। झारखंड के मधुपुर निवासी परवेज आलम अपने साथियों के साथ पंडाल को भव्य रूप देने में जुटे हैं। पूजा समिति के कोषाध्यक्ष सुशांत कुमार बताते हैं कि पंडाल की ऊंचाई 75 फुट तो चौड़ाई 70 फुट होगा। झाझा के मूर्तिकार गोपाल पंडित मां की प्रतिमा को जीवंत रूप देने की हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं।
मुस्लिम कारीगर बना रहे पूजा पंडाल
खास यह भी है कि बड़ी पहाड़ी के पूजा पंडाल को आकार देने में झारखंड के मुस्लिम कारीगर जुटे हुए हैं। मो. रोजा, मो. राजू व अन्य बताते हैं कि पिछले सात सालों से वे लोग पंडाल बनाने के लिए बिहारशरीफ आते हैं। वे बताते हैं कि हर बार की तरह इस बार भी बड़ी पहाड़ी तिहारे पर बनने वाला पूजा पंडाल कुछ खास होगा।
पंडाल की विशेषता:–
पंडाल को हू-ब-हू भव्य मंदिर का आकार दिया जा रहा है। प्लाइवूड और थर्मोकोल की कारीगरी देख दर्शक दंग रह जाएंगे। खास यह कि धर्मोकोल से नकाशी करने के लिए झारखंड के हुनरमंद कारोगर मो अमरूल हक को बुलाया गया है। रात में सतरंगी लाइटें पंडाल की खूबसूरती में चार चांद लगाएगी।
घर-घर होता है प्रसाद का वितरण
पूजा समिति के अध्यक्ष आलोक कुमार, सचिव कृष्णकांत कुमार, रोहित कुमार सहित अन्य कहते है कि मां की प्रतिमा का विसर्जन करने के बाद बड़ी पहाड़ी मोहल्ले के घर-घर में प्रसाद का वितरण किया जाता है। पहले से चली आ रही परंपरा को आज भी निभायी जा रही है। श्रद्धा के साथ यहां मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की जाती है। मंदिर के आकार का पंडाल बनाने का यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी बिहारशरीफ में कई जगहों पर मंदिर के आकार का पंडाल बनाया गया है। लेकिन, इस बार का पंडाल सबसे भव्य बताया जा रहा है।