नालंदा। बिहार में जातीय जनगणना की प्रक्रिया की पूर्णाहुति पर हर्ष व्यक्त करते हुए किसान संघ के अध्यक्ष जगलाल चौधरी ने कहा है कि जैसे समुद्र मंथन से अमृत निकला था उसी तरह भारी जद्दोजहद के बीच संपन्न जातीय जनगणना से निष्कर्ष के रूप में जो कुछ सामने आया है वह सामाजिक न्याय के लिए अमृत कलश के समान है।श्री चौधरी ने आगे कहा है कि 1932 के बाद भारत में आजादी के 76 में वर्ष में या जातीय जनगणना संपन्न हुई है हर दल की प्रतिगामी शक्तियों ने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप में रोकना की साजिश की इस तरह हर दल के भीतर मौजूद सामाजिक न्याय के पक्षधरों ने जातीय जनगणना का समर्थन किया। किसान नेता चौधरी ने मांग की है कि जातीय जनगणना के निष्कर्षों के आलोक में ही बजट का निर्माण किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि सिर्फ वोट प्राप्ति के लिए इसको औजार बनाया गया तो बिहार में फिर से उग्रवाद पनपेगा। उन्होंने जातीय गणना कराने के संकल्प हेतु बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद एवं बधाई प्रेषित किया है।