घर बैठे मिलेगी ताजी और पकाई हुई मछली
बिहारशरीफ,नालंदा : अब ताजी मछली के लिए बाजार या मछली मंडी जाने की जरूरत नहीं होगी। नालंदा जिले के कतरीसराय में जल्द ही मोबाइल फिश कियोस्क शुरू होने जा रहा है। यह सुविधा प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत दी जा रही है। जिलाधिकारी शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में हुई जिलास्तरीय कमेटी (डीएलसी) की बैठक में मोबाइल फिश कियोस्क सहित अन्य योजनाओं को मंजूरी दी गई।
घर-घर पहुंचाई जाएगी ताजा और रेडीमेड मछली
कतरीसराय के रहने वाले राहुल कुमार ने मोबाइल फिश कियोस्क खोलने की पहल की है। यह कियोस्क ताजी मछलियों को ग्राहकों के घर तक पहुंचाने का एक अभिनव माध्यम है। कियोस्क में रेफ्रिजरेटर, डीप फ्रीजर, वॉश बेसिन और डीस्केलिंग मशीन जैसी सुविधाएं होंगी, जिससे मछलियां ताजी और स्वच्छ रहेंगी।
ग्राहकों को उनकी पसंद के अनुसार मछलियां साफ कर, काटकर और गरमागरम पकाकर भी दी जाएंगी। कियोस्क पर मौजूद कर्मचारी तुरंत ऑर्डर के अनुसार मछली परोसेंगे।
बायोफ्लॉक और अन्य योजनाओं को भी मिली मंजूरी
बैठक में मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए बायोफ्लॉक विधि से मछली पालन करने के लिए छह आवेदकों का चयन किया गया। साथ ही, तालाब निर्माण और मछली उत्पादन के लिए सात अन्य लोगों को अनुदान प्रदान किया जाएगा।
इसके अलावा, छह लोगों को आइस बॉक्स लगी बाइक उपलब्ध कराई जाएगी। मछली पालक इन बाइकों के जरिए घर-घर जाकर मछलियां बेच सकेंगे, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।
आर्थिक प्रावधान और अनुदान
मोबाइल फिश कियोस्क की एक इकाई की लागत 10 लाख रुपये होगी।
अनुसूचित जाति और महिलाओं के लिए 6 लाख रुपये का अनुदान मिलेगा।
अन्य वर्गों के लिए 4 लाख रुपये का अनुदान निर्धारित किया गया है।
मोबाइल फिश कियोस्क की प्रमुख विशेषताएं
- रेफ्रिजरेशन सुविधा: ताजी मछलियों को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए।
- डीस्केलिंग मशीन: मछलियों को साफ और काटने के लिए।
- वॉश बेसिन: मछलियों की सफाई के लिए।
- अपशिष्ट संग्रह कक्ष: पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए।
- सौर ऊर्जा पैनल: कियोस्क को ऊर्जा दक्ष बनाने के लिए।
- पारदर्शी कवर: मछलियों को प्रदर्शित करने के लिए।
ग्राहकों के लिए क्या होगी सुविधा
मोबाइल फिश कियोस्क से ग्राहकों को ताजी और रेडीमेड मछली उनके दरवाजे पर उपलब्ध होगी। मछली प्रेमियों को अब बाजार जाने की जरूरत नहीं होगी।
जिला मत्स्य पदाधिकारी शंभु प्रसाद ने बताया कि इस योजना से मछली पालकों को रोजगार मिलेगा और मछली प्रेमियों को ताजी मछली खरीदने में आसानी होगी।