नालंदा :- सदर अस्पताल बिहारशरीफ के एसएनसीयू से 17 जनवरी की रात में एक नवजात शिशु को तथाकथित बिचौलिए के सहयोग से निजी अस्पताल में ले जाये जाने के प्रकरण को लेकर बुधवार को जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने सदर अस्पताल का निरीक्षण किया। उनके द्वारा एसएनसीयू , लेबर रूम, ओपीडी, प्रसवपूर्व जाँच केंद्र (ANC) आदि जाकर रिकॉर्ड को देखा गया। उन्होंने 17 जनवरी को घटना के समय ऑन ड्यूटी सभी कर्मियों की जबाबदेही निर्धारित कर कार्रवाई का निदेश दिया।सीसीटीवी कैमरे की भी जानकारी ली गई। बताया गया कि सीसीटीवी के डीवीआर में 4 दिनों का ही बैकअप उपलब्ध है।जिलाधिकारी ने इसकी क्षमता बढ़ाकर कमसे कम 15 दिनों का बैकअप सुनिश्चित करने का निदेश दिया। अस्पताल में एक वर्ष से अधिक अवधि से कार्यरत सभी सिक्युरिटी गार्ड को बदलने का निदेश दिया गया।अस्पताल परिसर में बिचौलिए के रूप में सक्रिय कुछ तथाकथित आशा को चिन्हित किया गया है। अन्य को भी चिन्हित करते हुये सभी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने का निदेश दिया गया।उन्होंने सदर अस्पताल की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने को लेकर सिविल सर्जन को महत्वपूर्ण निदेश दिया।नइस अवसर पर उपविकास आयुक्त, सिविल सर्जन, डीपीएम सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।