बिंद (नालंदा)। प्रखंड क्षेत्र के नौरंगा गांव के जिराइन नदी में आयोजित सुरक्षित तैराकी प्रशिक्षण शनिवार को समापन किया गया। समापन के बाद बीडीओ प्रीतम आनंद, अंचलाधिकारी सुमित कुमार ने संयुक्त रूप से प्रशिक्षण में शामिल अभ्यार्थियों को प्रमाणपत्र दिया। मास्टर ट्रेनर ने बताया कि 11 सितंबर से आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा सुरक्षित तैराकी कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें एक दिन में दो बैच में तैराकी सिखाया जाता था। जिसमें प्रथम बैच में 60 बच्चा और द्वितीय बैच में 60 बच्चा को तैराकी सिखाया जाता था। बिंद प्रखंड में कुल 300 बच्चों को तैराकी सिखाया गया है। शनिवार को सभी बच्चों को सुरक्षित तैराकी का सर्टिफिकेट दिया गया है। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रशिक्षुओं को मेडल देकर सम्मानित किया गया। बीडीओ ने कहा कि प्रशिक्षित बच्चे अपने कर्तव्य का निष्ठापूर्वक पालन करेगें। बाढ़ आपदा के समय तैराकी प्रशिक्षण प्राप्त ये सभी अभ्यर्थी आसपास के लोगों की मदद करेंगे। मास्टर ट्रेनर सत्यम राणा ने बताया की युवाओं को तैराकी का उन्नत ज्ञान, कौशल व जीवन रक्षा तकनीकों में प्रशिक्षित किया गया है। पंचायत स्तर पर बच्चे को तैराकी का प्रशिक्षण प्रात्त करने से बाढ़ आपदा के समय डूबने से होने वाली मौतों में कमी आयेगी। मौके पर प्रखंड प्रमुख टुन्नो देवी, अंचलकर्मी बिपेश कुमार, अभिनय राज, चंद्रमौली प्रसाद, मुखिया उमेश राउत, मास्टर ट्रेनर सिंटु कुमार, सिकंदर कुमार व अन्य मौजूद थे।