नालंदा। राष्ट्रीय मध्यान भोजन रसोईया फ्रंट के तत्वाधान में शुक्रवार को प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में कार्य कर रहे रसोईया ने जिला मुख्यालय बिहार शरीफ के श्रम कल्याण केंद्र के मैदान में प्रदर्शन किया।प्रदेश अध्यक्ष कंचन कुंवर ने बताया कि वे पिछले 18 वर्ष से मध्यान भोजन बनाने का काम स्कूलों में कर रहे हैं आज तक रसोईया के मानदेय में वृद्धि नहीं हुई है। रसोईया बहने आज भुखमरी के कगार पर है। हमारी सरकार से मांग है कि पैसा दे और काम ले, नहीं तो इस योजना को ही बंद कर दे, अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो हम लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। हम लोगों को सरकारी कर्मी का दर्जा दिया जाए हमारा 300 रुपये प्रतिदिन किया जाए।15 सूत्री मांगों को लेकर जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा गया, जिसमें प्रधानमंत्री पोषण योजना को ठेकेदारीकरण से रोका जाए तथा विद्यालय परिसर में बना गर्म ताजा एवं पौष्टिक भोजन बच्चों को परोसा जाए, न्यूनतम मजदूरी के रेट से 12 माह का मानदेय का भुगतान कराया जाए, समस्त रसोईया को नियुक्ति पत्र उपलब्ध कराया जाए, मातृत्व अवकाश एवं विशेष अवकाश लागू कर लाभ दिया जाए, भविष्य निधि योजना लागू कर लाभ दिया जाए, रसोईया को कार्य के दौरान चोट-मोच जलने तथा घायल होने पर इलाज की राशि उपलब्ध कराई जाए, महिला रसोइया को साल में दो सूती साड़ी तथा पुरुष रसोइयों को दो पेंट शर्ट उपलब्ध कराया जाए, मृतक रसोइयों के आश्रितों को सरकार द्वारा घोषित अनुग्रह बकाया राशि का भुगतान तत्काल कराया जाए, सेवानिवृत्ति रसोइयों की जगह पर नई रसोइयों को नियुक्त किया जाए तथा नियुक्ति में सेवानिवृत्ति रसोइयों के परिवार के सदस्यों को वरीयता दी जाए, दिन प्रतिदिन बढ़ती महंगाई व फुल टाइम ड्यूटी को देखते हुए 10 हजार मानदेय प्रत्येक माह देना न्याय संगत होगा। रसोईया को मानदेय मजदूरी शिक्षा विभाग बिहार सरकार बिहार राज्य प्रधानमंत्री पोषण योजना समिति द्वारा जारी आदेश के अनुसार प्रत्येक माह के 7 तारीख तक भुगतान कर दिया जाए, रसोईया का चयन जिला शिक्षा पदाधिकारी या जिला पदाधिकारी के अधीनस्थ कराया जाए, रसोईया के कार्य दबाव को देखते हुए प्रत्येक 30 बच्चों के नामांकन पर एक रसोईया बहाल किया जाए, कार्यरत रसोइयों को 5 लाख का जीवन बीमा मुफ्त में सरकार की तरफ से कराया जाए, विद्यालय में आवश्यक बर्तन व उपकरण तथा पानी की समुचित व्यवस्था कराई जाए ताकि मध्यान भोजन का संचालन सुचारु रूप से हो सके।