NALANDA :- बिहार सरकार के कृषि सचिव संजय कुमार अग्रवाल बुधवार की दोपहर नालन्दा उद्यान महाविद्यालय नूरसराय का जायजा लेने पहुंचे। कृषि सचिव के साथ उद्यान निदेशक अभिषेक कुमार भी मौजूद थे। जायजा लेने के क्रम में कृषि सचिव श्री अग्रवाल ने फोर्थ सेमेस्टर के क्लास रूम पहुंचे। क्लास रूम में छात्रों को पढ़ा रहे कृषि वैज्ञानिक डॉ. निशा से छात्रों की उपस्थिति पंजी की मांग किया। पर उपस्थिति पंजी था ही नहीं। वहीं कृषि सचिव ने प्रत्येक दिन छात्रों का उपस्थिति उपस्थिति पंजी में दर्ज करने को कहा। फोर्थ सेमेस्टर के कक्षा में मात्र 11 छात्रों को देख कृषि सचिव दंग रह गये। एक पीरियड में चार्ट में दो शिक्षकों का नाम दर्ज देख भी कृषि सचिव हैरान हो गये। कृषि सचिव ने प्राचार्य डॉ. पंचम कुमार सिंह को एक पीरियड में एक ही शिक्षक पढ़ाते हैं तो एक ही शिक्षक का नाम दर्ज करने को कहा।फोर्थ सेमेस्टर के क्लास में 10 लड़कियों में नौ तो 12 लड़कों में मात्र दो लड़के ही उपस्थित थे। वहीं यूनिवर्सिटी प्रोफेसर डॉ. पी डी माने की अजब गजब की हरकत देख कृषि सचिव में डिसिप्लिन मेंटेन करने की भी बात कहा।कृषि सचिव ने स्मार्ट क्लास,व पुस्तकालय का भी जायजा लिया। जायजा लेने के क्रम में पुस्तकालय में आठवें सेमेस्टर के छात्र पढ़ते नजर आये। कृषि सचिव को देख छात्रों ने नौकरी की भी मांग किया। इस प्रश्न सुन कृषि सचिव ने कहा कि महाविद्यालय नौकरी के लिए नहीं है बल्कि पढ़ाई के लिए है। आप सभी को हॉर्टिकल्चर एक्सपर्ट बनना है। इसी दरम्यान कृषि सचिव एक अध्यापक की भूमिका निभाते हुए छात्रों को संबंधित गुर भी बताया। छात्रों से कई सवाल भी पूछे। वहीं कृषि सचिव ने प्राचार्य को सप्ताह में एक दिन किसानों के खेत में ले जाने को कहा। इसी दरम्यान छात्रो को कहा कि सप्ताह में एक दिन किसानों के खेत में पसीना बहाओ साथ ही खेती करना भी सीखो।कृषि सचिव ने महाविद्यालय के मिट्टी प्रयोगशाला का जायजा लिया। जायजा लेने के क्रम में प्रयोगशाला में रखे मिट्टी के ढेर सारे नमूना देख मृदा वैज्ञानिक डॉ. एसके यादव से पूछ ताछ किया। डॉ. यादव ने बताया कि सभी रखे नमूने जिले के बीसों प्रखंड के है। इसी नमूने के जरिये जिले का मिट्टी फर्टिलिटी मैप बनाया गया है। मिट्टी फर्टिलिटी मैप देख कृषि सचिव ने कहा कि इस तरह की मैप राज्य के सभी जिलों में बन जाने से मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी के बारे में पता चलेगा,जिससे किसानों को फायदा होगा। इस कार्य को शुरू कराने का प्रयास किया जायेगा। महाविद्यालय के जायजा लेने के बाद कृषि सचिव ने सभी वैज्ञानिकों के साथ बैठक कर महाविद्यालय की समस्या व एचीवमेंट के बारे में जाना। मौके पर प्राचार्य डॉ. पीके सिंह,पीआरओ डॉ. बिनोद कुमार,डॉ. एपी सिंह,डॉ. एसके चौधरी,डॉ. एम पाल, डॉ. दिव्या तिवारी,डॉ. प्रीति सिंह,डॉ. आलोक कुमार,कुमार शिवम,नीरज कुमार,तकनीकी सहायक धनंजय कुमार,डीएचओ राकेश कुमार,उपनिदेशक उद्यान नितेश राय, उपनिदेशक उद्यान (मुख्यालय) देव नारायण महतो सहित अन्य मौजूद थे।
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December 6, 2024