NALANDA :- स्मार्ट सिटी के तहत किये जा रहे कार्य के अनुसार बीते 2 वर्षो में बिहार शरीफ स्मार्ट सिटी की तरह तो नही दिखा लेकिन टाउन हॉल में लगे एसी की बदहाल हालात जरूर देखने को मिला जिससे सीधा सवाल जिला प्रशासन पर उठता है की कहां गए 2 करोड़ 25 लाख रुपए। बीते वर्ष पूर्व शहर के टाउन हॉल के जीर्णोद्धार कार्य के लिए इसकी रूपरेखा बदलने के लिये करोड़ों रुपये खर्च कर टाउन हॉल का जीर्णोद्वार हुआ लेकिन इस तरह हुआ की बाहर से फिट फाट अंदर से मोकामा घाट। अभी टाउन हॉल का ये हालात है की फर्श तो फर्श अब एसी भी बदहाल अवस्था में आ चुका है। रविवार को कवि सम्मेलन के दौरान लोग कवियों के मुशायरे के साथ साथ जिला प्रशासन के द्वारा दिखाये जा रहे भ्रष्टाचार पर भी वाह वाह कर रहे थे। ए सी की इस अवस्था वाली फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। यही वो टाउन हॉल है जिसमे किसी भी निजी कार्यक्रम के आयोजन के बुकिंग के लिए लोगों को दस हजार रुपए जिला प्रशासन को भुगतान करना होता है उसके बाद ही अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा स्वीकृति मिलती है।वहीं वुडेन फ्लोरिग से हाल को सुसज्जित किया गया है लेकिन वुडेन फ्लोरिग इधर उधर से टूटता हुआ दिख रहा है। सच कहा जाए तो शहर को जिला प्रशासन से उम्मीद थी की एक भव्य टॉउन हॉल देखने को मिलेगा लेकिन टाउन हॉल के इस नए स्वरूप की उम्मीद किसी ने भी नही किया होगा। जिला प्रशासन की ओर शहर के लोगो को इतना बड़ा घोटाला का तोहफा मिल सकता है कभी किस ने सोचा भी नही होगा।