NALANDA :-केन्द्रीय बिहार क्षेत्रीय क्षेत्र व्यक्ति सह परामर्शदाता हेतु 24 एवं 25 जून को दो दिवसीय दिशा निर्देशन कार्यशाला का आयोजन चक्रपाणि रेसिडेंसियल स्कूल राजगीर वालदा में किया गया। जिसका मुख्य विषय -स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पारितंत्र हो समझना और इसके पाँच उपविषम। अपने पारितंत्र को समझाना है ,स्वास्म्य, पोषण और कल्याण को बढ़ावा देना, पारितंत्र और स्वास्थ्य के लिए सामाजिक और सांस्कृतिक प्रकाएँ, आत्मनिर्भरता के लिए परितंत्र आधधारित दृष्टिकोण पारितंत्र और स्वास्थार के लिए तकनीकि नवाचार।सभी पाँच उपविषयों पर चर्चा के लिए, अरुण डी अरुण कुमार — 8 अहमत – सायंस फॉर सोसायटी बिहार,डों सी०एस माँ राज्य समन्यमद सामेस फॉर सोसायरी बिहार, डॉ निमिका -राज्य स्तरीय रिसेसि पर्सन ने सभी उप विषयो पर विस्तार पूर्वक चर्चा किय।इसका उद्धारन डॉ अरुण कुमार, अहपक्ष सायंस फॉर सोसामरी – बिहार ने किया, अपने अहातील भाषण मे इन्होने कहा की 30वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस मे विहार पुरे राष्ट्र में अब्बल रहा है औग ओढवल बनाये रखने के लिए शिक्षको को सक्रिय होना होगा। इस अवसर पर डॉ सी. इस.ओ ने कहा की हमारे बाल विज्ञानियों में प्रतिभाओ की कमी नही है। जरूरत है प्रतिमाओं को जगाने की, मंच का संचालन श्री शैलेन्द्र प्रसाद, समन्वयक, सामेस फॉर
सोसायटी नालन्दा ने किया। इस कार्यशाला में प्रत्येक जिले से चार-चार, सामेल शिक्षक के अलावा प्रत्येक जिले में एक-एक डाइट से सापस किएको ने भाग लिया।इस अवसर पर, अडान कुमार, धर्मेन्द्र कुमार. प्रसाद, गोपाल कुमार, महेन्द्र कुमार, डॉ सलेन्द्र आकाश कुमार, विकास कुमार, संगम भारती, शिवम कुमार आदि उपस्थित रहें। उक्त जानकारी जिल्ला समन्वयक सापेस फॉर सोसायटी नालन्द ने दी।