NALANDA :- शिक्षा का अलख जगाने का प्रण लेने वाले विकास पुरुष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में आज जहां एक तरफ गांव – गांव सड़क बिजली और पानी पहुंचाया जा रहा है । उसी नालंदा में आज बच्चो को शिक्षा प्राप्त करने के लिए 7 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। जबकि ऐसा नहीं है की उक्त मध्य विद्यालय में उच्च शिक्षा व्यवस्था नहीं है सुविधा सभी चीजों की है लेकिन फिर भी बच्चों के लिए एक उच्च विद्यालय नही है जिस वजह से उच्च विद्यालय जाने के लिए बच्चो को एक लंबी दूरी तय करनी पड़ती हैं जिससे कई बच्चे पढ़ते है तो कइयों ने पढ़ना ही छोड़ दिया।
शिक्षा व्यवस्था को गिरा देने वाली ये खबर नालंदा जिला के चंडी प्रखंड के बेलछी की है जहां बच्चों की समस्या को देखते हुए स्थानीय लोगों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिलाधिकारी तक मध्य विद्यालय बेलछी चंडी को उच्च माध्यमिक विद्यालय में अपग्रेड करने का कई बार आवेदन दिया साथ ही कई बार मुलाकात कर समस्याओं से अवगत भी कराया। लेकिन परिणाम स्वरूप सिर्फ मिला आश्वाशन। अधिकारियों ने जवाब के तौर पर कहा कि जब तक प्रधान सचिव से आदेश नही आता तब तक कोई भी अपग्रेडेशन नही होगा,जो जैसा है वैसा ही रहेगा।
जबकि आपको बता दें कि स्थानीय निवासी मनोज कुमार ने लिखित आवेदन में अपने क्षेत्र के बच्चों के अंधकार भविष्य को देखते हुए आवेदन में समस्याओं का वर्णन करते हुए कहा कि मध्य विद्यालय बेलछी सन 1934 ई० में स्थापित हुई हैं। इस इस विद्यालय में बच्चों की संख्या 900 के करीब है। प्रत्येक वर्ष 250 बच्चों आठवी की कक्षा से उत्तरीन होते हैं। जो अगल-बगल में हाई-स्कूल की दुरी 7 किलोमीटर है, हाई-स्कूल की दुरी 7 किलोमीटर के कारण ग्रामीण छात्र-छात्राएं आगे की शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रह जाते है।
ग्रामीणों में भी आक्रोश रहता हैं कि इस समस्या से दूर कर मध्य विद्यालय बेलछी को हाई-स्कूल में परिणत कर बच्चों की भविष्य को उज्जवल बनाने में आपकी सहभागिता हो । जबकि मध्य विद्यालय बेलछी के पास कमरा कि संख्या 13 हैं प्रधानाध्यापक कक्ष एवं पुस्तकालय उपलब्ध हैं।
यह विद्यालय संकुल स्तरीय है, 14 विद्यालय के शिक्षक, शिक्षिका की गोष्टी स्थल हैं।यहाँ बच्चों की संख्या 900 के करीब हैं।जिसमे 750 बच्चे प्रतिदिन उपस्थिति रहती है।इस विद्यालय के पोषक क्षेत्र -बारहमासी रास्ता चितरबिगहा, घोरहरी, मिल्किपर, मोकिमपुर, मत्तेपुर, मनिकबिघा, रूपसपुर, पहाडपुर, कोयालबिगहा, रूपसपुरटोला, वंडाबिगहा, सैदपुर, इत्यादि गाँव इस विद्यालय के अंतर्गत आते हैं।
हाई-स्कूल के सभी अहर्ता प्राप्त गाँव में हाई-स्कूल न रहकर वो अहर्ता विहीन गाँव में हाई-स्कूल के निर्माण किन स्थिति में की गई है ये स्पष्ट की जाए। एमबीबीएस,यूपीएससी, बीपीएससी, एसएससी, दारोगा, पुलिस सिपाही, शिक्षक, चपरासी तक की नौकरी के एक व्यक्ति नही हैं। उच्च शिक्षा न प्राप्त कर पाने के कारन ऐसी स्थिति है।
दलित, बहुजन, अत्यंतपिछड़ा, बंधुआ मजदूर, मजदूर, पलायन मजदूर इस गाँव में मौजूद हैं। अहर्ता विहीन गाँव में हाई-स्कूल का निर्माण की गई है। जिसकी संपुष्टि पदाधिकारी के द्वारा की गई है रिपोर्ट को हम ग्रामीण की बिच सादगी की जाए। पोषक क्षेत्र की जनता की आवाज का जबाब नही दिया गया तो प्रदर्शन, जन आन्दोलन, अन्नामरण, आत्मदाह किया जायेगा।
उच्च विद्यालय संघर्ष समिति प्रति ग्रामीण अपनी साक्ष प्रमाण रख रही है। उक्त बातो के साथ स्थानीय लोगों ने विनर्मता पूर्वक निवेदन किया है की हमारी बातो को ध्यान में रखते हुए बच्चों की उज्जवल भविष्य हेतु मांगे पूरा करने की कृपा की जाए और म० वि० बेलछी चंडी को उ० माध्यमिक विद्यालय में उत्कर्मण करे ताकि हमारे गाँव के बच्च्चों का भविष्य उज्जवल हो सके और ये भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर कुछ बन सके।