नालंदा:- देशव्यापी आंदोलन के तहत बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के बैनर तले गुरुवार को जिला शाखा नालंदा की बैठक की गई। पत्रकारिता बचाओ लोकतंत्र बचाओ विषय पर आयोजीत बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार रामाशंकर प्रसाद ने की।
बैठक को संबोधित करते हुए बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के संयोजक चंद्रमणि पांडे ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में पत्रकारिता पर अंकुश लगाने से लोकतंत्र खतरे में आ गया है। आज पत्रकार अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहें है। बेवाक समाचार लिखने में परहेज की जा रही जिसका परिणाम यह है कि समाज के आईना कहे जाने वाले पत्रकार आज खुद संकट में है।आए दिन पत्रकारों पर हमले हो रहे हैं सरकार खानापूरी बतौर जांच कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दे रही है।
पत्रकार के मृत्यु उपरांत उसके परिजन की स्थिति दिनोंदिन खराब होती जा रही है। हालात यह है कि पत्रकार के आश्रित की माली हालत खराब होने के बावजूद भी सरकार उसके मदद में आगे नहीं आ रही है। यहां तक की असामाजिक तत्व भी बदले की भावना से पत्रकार के आश्रितों पर कुदृष्टि गड़ाए रहते हैं। जिला प्रशासन के पास गुहार लगाने के बाद भी उसे सुनने वाला कोई नहीं। लोकतंत्र तभी सुरक्षित रह सकता है जब पत्रकार और पत्रकारिता दोनों सुरक्षित रहे । सरकार को चाहिए कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कुछ गंभीर निर्णय लें एवं उसके परिवार के लिए कल्याणकारी योजनाएं शुरू करें ताकि पत्रकार के मृत्यु के बाद उसके परिजन आत्मनिर्भर रह सके। संघ की ओर से मैं सरकार से मांग करता हूं कि पत्रकारों के हित में आवश्यक कदम उठाए ताकि निर्भीक होकर पत्रकार अपने कर्तव्य का पालन कर सकें ताकि लोकतंत्र सुरक्षित रहे। बैठक में पत्रकार सुनील कुमार सिन्हा, सत्येंद्र वर्मा ,अमर वर्मा, प्रणय राज ,तालिब फिरदौसी, ऋषिकेश कुमार, आशीष कुमार, मिथुन कुमार, आफताब आलम ,रवि ज्योति, फैजल मोअजम ,संजीव कुमार ,राकेश कुमार वर्मा आदि लोगों ने भाग लिया।