नालंदा :- इंटर परीक्षा के दौरान हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है । जहां समय से परीक्षा केंद्र पर नहीं पहुंचने वाले छात्र-छात्राओं को एंट्री बंद कर दी गई । एंट्री बंद होने के बाद भी बिहारशरीफ के एसएस बालिका उच्च विद्यालय , केएसटी कॉलेज, नालंदा कॉलेज समेत अन्य केंद्रों पर अभिभावक अपने बच्चों को जबरन बाउंड्री पर चढ़कर परीक्षा भवन में भेजने का प्रयास करते देखे गए। इस दौरान अभिभावकों से कहा सुनी भी हुई । पुलिस को बल का भी प्रयोग करना पड़ा । कई जगहों पर छात्रों ने सड़क जाम का भी प्रयास किया । मगर पुलिस वालों ने उन सब के मंसूबे पर पानी फेर दिया। 1 से 12 फरवरी तक जिले के 41 केदो पर दो पालियों में परीक्षाएं ली जा रही है । जिसमें बिहारशरीफ में 33 हिलसा में तीन तो राजगीर में पांच केंद्र बनाए गए हैं । विज्ञान में 31,212 कला में 13,205 कॉमर्स में 442 व अन्य कोर्स में 20 छात्र समेत कुल 44 हजार 897 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। प्रखंड विकास पदाधिकारी अंजन दत्ता ने बताया कि पूर्व से ही छात्रों को बताया जा चुका है कि परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले तक ही प्रवेश की अनुमति मिलेगी बावजूद छात्र परीक्षा केदो पर देर से पहुंचे । इस कारण इन लोगों की एंट्री नहीं ली जा रही है।
वही प्रवेश से वंचित छात्रों ने कहा कि शहर में जाम की बहुत समस्या थी इस कारण परीक्षा केदो में पहुंचने में देर हुई जिस कारण हम लोगों को प्रवेश नहीं कराया जा रहा है। 2 साल की पूरी मेहनत बेकार चली गई । इस दौरान कई छात्रों की आंखें डबडबा गई तो कई प्रतिनियुक्ति दंडाधिकारी से रो-रो कर गुहार लगाती रही । 1 फरवरी को प्रथम पाली की परीक्षा में कुछ परीक्षा केंद्र पर विलंब से पहुंचे कुछ परीक्षार्थियों द्वारा जबर्दस्ती परीक्षा केंद्र में प्रवेश किया गया/प्रवेश का प्रयास किया गया। ऐसे सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर उपलब्ध वीडियो फुटेज एवं सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर चिन्हित किया जा रहा है। इन सभी परीक्षार्थियों को अगले आदेश तक किसी भी प्रकार की शैक्षणिक गतिविधियों में शामिल होने से वंचित किया जायेगा।