
नालंदा :- उर्दू भाषा को बिहार राज्य में द्वितीय राजभाषा का दर्जा प्राप्त है। उर्दू भाषा के विकास एवं प्रचार प्रसार हेतु राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसी उद्देश्य से उर्दू निदेशालय, मंत्रीमंडल सचिवालय बिहार के सौजन्य से जिला उर्दू भाषा कोषांग द्वारा आज टाउन हॉल बिहारशरीफ में जिला स्तरीय उर्दू कार्यशाला-सेमिनार एवं मुशायरा का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी शशांक शुभंकर द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने उर्दू भाषा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राज्य के द्वितीय राजभाषा के रुप में उर्दू भाषा की अहम भूमिका है।देश एवं राज्य के सांस्कृतिक विकास में उर्दू भाषा का योगदान महत्वपूर्ण रहा है। कार्यक्रम में कई अन्य उर्दू साहित्य प्रेमियों ने भी उर्दू भाषा की लंबी विकास यात्रा पर प्रकाश डाला।इस अवसर पर जिला उर्दू भाषा कोषांग की प्रभारी वरीय उपसमाहर्ता मृदुला कुमारी, शमीम असगर, डॉ एस के अल्वी, बेनाम गिलानी, हुमायूँ अख्तर तारिक,मो० अरशद, फखरुद्दीन आर्फी आदि उपस्थित थे।