नालंदा :- तेलंगाना के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के ‘बिहार डीएनए’ वाले बयान पर विवाद बढ़ गया है। बीजेपी नेत्री आश्रिति पटेल ने सीधे कांग्रेस पर हमला बोला है। शुक्रवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए आश्रिति पटेल ने कहा कि बिहारियों की बुद्धिमत्ता के लिए रेवंत रेड्डी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। बिहार के लोग अपनी मेहनत और मेधा के दम पर अपनी पहचान बनातें हैं। मुख्यमंत्री का यह बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्हें बिहार के इतिहास कि जानकारी है। बिहार सत्ता और ज्ञान का केंद्र रहा है।
कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता तेलंगाना गए लेकिन इस बयान पर किसी ने खेद प्रकट नहीं किया। उन्होंने कहा कि महागठबंधन सरकार में शामिल बिहार कांग्रेस के नेताओं को स्वीकार करना होगा कि उनका भी डीएनए खराब है। कांग्रेस हाई कमान के इशारे पर वह इस तरह के बयान दे रहे हैं। इसके बावजूद भी नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव या अन्य किसी कांग्रेस नेताओं के द्वारा निंदा व्यक्त नहीं की गई। उनको माफी मांगनी चाहिए क्योंकि बिहार के चौदह करोड़ लोगों की भावना के साथ ठेस पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने बिहार को बीमारू प्रदेश बनाकर के रखा है। क्योंकि वह खुद मानसिक और शारीरिक रूप से बीमारू है। नीतीश कुमार कुछ भी बोलने लायक नहीं बचे हैं। आश्रिति पटेल ने कहा कि देश में दो तरह की राजनीति हो रही है, एक तरफ राष्ट्रवाद है जिसका नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कर रहे हैं। दूसरे तरफ परिवारवाद और भ्रष्टाचार। कांग्रेस नेता के यहां इतने करोड़ कैश पकड़ाए हैं कि मशीन भी पैसे नहीं गिन पा रही है। भ्रष्टाचार की प्रतिमूर्ति हो गई है विपक्षी सभी पार्टियां। इसीलिए जहां-जहां इनकी सरकार आती है एक ही काम होता है सिर्फ भ्रष्टाचार बढ़ता है।
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December 6, 2024