नालंदा:- बिहार पुलिस अकादमी में शुक्रवार को प्रशिक्षु डीएसपी के 65वीं बैच के दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के डीजीपी इस समारोह में शामिल हुए। दीक्षांत समारोह के दौरान एक से बढ़कर एक कर्तव्य प्रशिक्षु डीएसपी के द्वारा किए गए। इस मौके पर प्रशिक्षु डीएसपी को संबोधन करते हुए बिहार के डीजीपी ने कहा कि सबसे पहले ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा पुलिसिंग की बुनियाद इसी पर है। और अगर ये नहीं है तो बाकी सारी चीजे बेमानी है। क्योंकि आप कानून के रखवाले हैं समाज के लिए आम नागरिक के लिए अप्रक्षक है उसके लिए सबसे पहले जो आपकी सत्य निष्ठा है। वह उच्चतम स्तर की होनी चाहिए। इसके बाद अनुशासन जैसे आपने परेड के माध्यम से या प्रशिक्षण में सीखा होगा। उसके बाद मेहनत,पुलिस की लगातार 24 घंटे की नौकरी, आप में वह क्षमता होनी चाहिए कि आप कठिन परिश्रम कर सके। इसके साथ-साथ यह सब करने के लिए बुनियाद है कि आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना है। आपको तीन बातों पर विशेष ध्यान देना है न्याय, आप न्याय के प्रतीक है। दूसरा सुरक्षा, लोगों में सुरक्षा की भावना और उसको मजबूत करना यह हमारी दूसरी जिम्मेदारी और तीसरा हमेशा जनसेवा के भाव से काम करना है। डीजीपी ने कहा कि बिहार में पुलिस पदाधिकारी की कमी को आज कुछ हद तक कम किया गया है। पासिंग आउट परेड में कुल 57 ट्रेनी डीएसपी पास आउट हुए इनमें 22 महिला पुलिस उपाधीक्षक भी शामिल है। ट्रेनिंग के दौरान प्रशिक्षु डीएसपी को घुड़सवारी, आईपीसी एक्ट, तैराकी समेत अन्य कर्तव्यों के निर्वहन को लेकर प्रशिक्षण दिया गया है।