नालंदा। भगवान महावीर की निर्वाणस्थली भूमि नालंदा जिले के पावापुरी में बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा आयोजित महावीर के 2549 वें निर्वाण अवसर पर शनिवार से शुरू हुए दो दिवसीय पावापुरी महोत्सव 2023 में विश्वविख्यात सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र अपनी कला का अद्भुत नमूना पेश कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अभिभूत कर दिया। वही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मधुरेंद्र द्वारा एक ट्रक रेत पर भगवान महावीर की अहिंसा परमो धर्म की तसवीर को कुछ देर तक निहारते हुए अपनी शीश झुकाकर प्रणाम भी की। सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र ने महोत्सव पंडाल में बने मुख्य सांस्कृतिक मंच के सामने रखें बालू पर भगवान महावीर का विशाल आकृति उकेर अपनी बेहतरीन कला से अहिंसा परमो धर्म का संदेश दिया हैं। यह मुख्य यह आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। बता दे कि सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र द्वारा बालू पर उकेरी गयी कलाकृति विश्व के धरोहर में प्रसिद्ध नालंदा के पावापुरी में स्थित भगवान महावीर पर आधारित हैं, यह कलाकृति देश-विदेश तथा कई प्रदेशों से आये हुए जैन सैलानियों व आम नागरिकों ने भी अपने कैमरे व सेलफोन में अपनी सेल्फी लेने में मग्न हैं। गौरतलब हो कि सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र सार्क देश नेपाल के विश्व प्रसिद्ध गढ़ी माई मेला, अंतराष्ट्रीय रेत कला उत्सव ओड़िसा, विश्वप्रसिद्ध सोनपुर मेला, बिहार के राजगीर महोत्सव, बौध महोत्सव गया, थावे महोत्सव, मंदार महोत्सव बांका, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, सहित देश विदेशों में सैकड़ों सरकारी आयोजनों में अपनी कला का प्रदर्शन कर कर बिहार का नाम अंतराष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित किया हैं। सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र हमेशा देश विदेशों में हुए प्रकृति घटनाएं तथा जवलंत विषयों पर तुरंत अपनी विशेष कलाकृति प्रस्तुत कर समाज को नया संदेश देते हैं। इनके झोली में वैश्विक शान्ति सम्मान, राष्ट्रपति सम्मान, बिहार रत्न, चम्पारण गौरव, यूथ आईकॉन, आम्रपाली सम्मान, वैशाली गणराज्य, मगधरत्न, शाहिद सम्मान सहित सैकड़ों एवार्ड हासिल कर चुके हैं।मौके पर बिहार सरकार के प्रभारी मंत्री सह वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी व ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, बिहार सरकार के सचिव कुमार रवि, नालंदा डीएम शशांक शुभंकर, डीडीसी वैभव श्रीवास्तव, एनडीसी के के उपाधाय, अरुण जैन, पराग जैन, जगदीश जैन, समेत अन्य वरीय पदाधिकारियों ने भी मधुरेंद्र की कलाकृति की प्रशंशा करते बधाई दी।