नालंदा। सोमवार को हरदेव भवन में उप विकास आयुक्त द्वारा लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान द्वितीय चरण के प्रगति की समीक्षा की गई। 06 नवंबर से 22 नवंबर तक ” स्वच्छ गाँव – स्वच्छ त्योहार ” अभियान के संचालन का निदेश दिया गया। इस अभियान के तहत सभी गाँवो में पुराने कचरे के ढ़ेर का उठाव, नालियों की सफाई, सार्वजनिक स्थल, पर्यटन तथा महत्वपूर्ण स्थल, हाट – बाजार, विधालय, सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थान, छठ घाट, गाँव की गलियों तथा प्रमुख मार्गों की सफाई कराने का निदेश दिया गया। इस अभियान में प्रतिदिन के लिए गतिविधि निर्धारित है। इस अभियान के माध्यम से खुले में शौच मुक्ति के स्थायित्व के अंतर को दूर करने एवं अपशिष्ट प्रबंधन के कार्यों के प्रति जन – जागरुकता तथा जन – भागीदारी बढ़ाने के लिए “स्वच्छ गाँव – स्वच्छ त्योहार” अभियान चलाया जाना है। लक्षित ग्राम पंचायतों से घरों, प्रतिष्ठान तथा संस्थानों से स्वच्छता शुल्क संग्रह हेतु जागरुकता अभियान संचालन का निदेश दिया गया। घरों से 30 ( तीस रुपया ) प्रतिमाह लेने हेतु परिवार के सदस्यों को प्रेरित करने का निदेश दिया गया।अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई पर संग्रहित मानक अनुसार कचरा का पृथ्थकरण तथा वर्गीकृत करते हुए कचरा को सुव्यवस्थित रखने, सूखा कचरा को प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाई पर बिक्री कराने एवं गीला कचरा से जैविक खाद बनाने की प्रक्रिया पूर्ण कर बिक्री सुनिश्चित कराने का निदेश दिया गया। तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए सामुदायिक सोख्ता गढ्ढा , जंक्शन चेम्बर तथा नाली आऊट लेट का निर्माण कराने का निदेश दिया गया। इस बैठक में विवेक चन्द्र पटेल, निदेशक, निगम झा, सहायक परियोजना पदाधिकारी, सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, जिला सलाहकार सीबी एंड आईईसी, प्रखण्ड समन्वयक उपस्थित रहे।