जिला प्रशासन, आपदा विभाग व एनडीआरएफ ,एसडीआरएफ की टीम का कार्य सराहनीय
NALANDA :- नालंदा थाना क्षेत्र के कुल गांव में 4 साल का शिवम को सात घंटे से अधिक समय के बाद बोरवेल से सुरक्षित निकाल लिया गया। बच्चा 150 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था। बच्चे को बाहर निकाले जाने की तस्वीर भी सामने आया है। जिसमे देखा जा सकता है कि कपड़े में लिपटे बच्चे को एनडीआरएफ के जवान अपनी गोद में लेकर एंबुलेस से विम्स पावापुरी ले जाया गया। वहीं बच्चे की स्वास्थ को लेकर एनडीआरएफ के अधिकारी रंजीत कुमार ने बताया की बच्चा ठीक है और उसे बचा लिया गया है। हमें उसे बचाने में लगभग 5 घंटे लग गए। बता दें कि डोमन मांझी का पुत्र शुभम कुमार रविवार सुबह 9 बजे खेलने के दौरान बोरवेल में गिर गया था। उसके साथ खेल रहे बच्चे ने घटना की जानकारी उसके माता-पिता को दी थी, तब जाकर परिजन को इसकी जानकारी मिली।बताया गया कि बोरवेल करीब 150 फीट गहरा था, लेकिन बच्चा करीब 25 फीट पर फंसा था। करीब पांच घंटे बाद दोपहर 1:20 में पटना से NDRF की टीम रेस्क्यू के लिए मौके पर पहुंची थी।एनडीआरएफ की टीम में शामिल असिस्टेंट कमांडेंट जेपी प्रसाद को बोरवेल में उतारने की कोशिश भी की गई, लेकिन रेस्क्यू का यह तरीका सफल नहीं हो पाया था। जिला प्रशासन की टीम सीसीटीवी कैमरे से बच्चे पर लगातार निगरानी रख रही थी।
मौके पर डीएम शशांक शुभंकर खुद रेस्क्यू कार्य का जायजा लेने पहुंचे थे। एनडीआरएफ की टीम के आ जाने से रेस्क्यू ऑपरेशन को गति मिली । बच्चे का सीसीटीवी कैमरे में फुटेज भी सामने आया था, जिसमें वह सुरक्षित दिख रहा था। बच्चे को दूध और पानी भेजा गया, लेकिन वह ले नहीं पाया था। उसके रोने की आवाज भी सुनाई दे रही थी।प्रशासन की ओर से बोरवेल के नीचे सीसीटीवी कैमरा डाला गया था। तीन-चार पोकलेन की मदद से बगल में गड्ढा किया जा रहा था। घटनास्थल पर जिला आपदा शाखा प्रभारी कृष्ण कुमार उपाध्याय, अंचलाधिकारी, थाना प्रभारी आदि कैम्प कर अपनी देख-रेख में बचाव कार्य करा रहे थे। मेडिकल टीम भी ऑक्सीजन सुविधा के साथ स्थल पर मौजूद थी। बोरवेल में बच्चे को पाइप के माध्यम से ऑक्सीजन दी गई थी।नगर पंचायत नालंदा के उपाध्यक्ष प्रतिनिधि नलिन मौर्य ने बताया था कि यहां के किसान ने बोरिंग के लिए यह बोरवेल बनाया था। हालांकि, यहां बोरिंग नहीं लग पाया तो वे दूसरी जगह बोरिंग लगाने में जुट गए। इसके बाद इस बोरबेल को बंद नहीं किया गया, जिसके कारण आज यह बड़ा हादसा हुआ।वही घंटो तक चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बच्चे को सही सलामत बाहर निकाले जाने पर शहर के बुद्धिजीवी व्यक्ति, पत्रकार व अन्य शहरवासियो द्वारा जिलाधिकारी शशांक शुभंकर को इस सराहनीय कार्य के लिए बधाई देने का सिलसिला जारी रहा।