
नालंदा:- नालंदा के सूर्य नगरी बड़गांव, औंगारी, बाबा मणिराम अखाड़ा, मोरा तालाब, कोसुक, सोहसराय ,टिकुलीपर, रहुई छठ घाट समेत सभी छठ घाटों पर छठवर्तियों ने अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर अपने परिवार के सदस्यों की सुखमय जीवन की कामना की। वहीं बड़गांव में छठवर्तियोंं ने कष्टी लेटकर तालाब से मंदिर पहुंच कर पूजा अर्चना की । सूर्यनगरी बड़गांव में देश विदेश के लोग यहां आकर चार दिनों तक प्रवास कर छठ महापर्व को करते हैं । ऐसी मान्यता है कि बड़गांव में भगवान श्री कृष्ण के पौत्र राजा शाम्य भगवान भास्कर की अराधना किए थे । इस कारण उन्हें कुष्ठरोग से मुक्ति मिली थी । श्रापित होने के कारण उन्हें कुष्ट रोग हो गया था । साधु संतो ने भगवान भास्कर के 12 अर्को पूजा करने के लिए कहा था । भ्रमण के दौरान उन्होनें बड़गांव छठ घाट तालाब में स्नान कर भगवान भास्कर की पूजा अर्चना किए तब उनका शरीर कंचन हो गया । तब से कार्तिक और चैत माह में होने वाले छठ महापर्व में लोगों की भीड़ यहां उड़ती है । दूसरे दूसरे राज्यों से लोग यहां आकर चार दिनों तक प्रवास कर श्रद्धा के साथ छठ महापर्व करती हैं । जिला प्रशासन द्वारा सभी छठ घाट पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।