नालंदा। अपनी मांगों को लेकर राजगीर प्रखंड के आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका ने गुरुवार को प्रखंड मुख्यालय के समक्ष धरना दिया। इस संबंध में अपनी मांगों को लेकर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को मेमोरेंडम भी दिया है। धरना का नेतृत्व संघ के अध्यक्ष इन्दू कुमारी ने किया। उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी के सेविका एवं सहायिका की आर्थिक स्थिति दयनीय है। न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दिया जा रहा है जिसके कारण बच्चों को शिक्षा से लेकर अपने परिवार के भरण -पोषण में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि संघ के द्वारा छः सूत्री मांग रखी गई है। जिसमें सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाये, सर्वोच्च न्यायालय के आदेश अनुसार ग्रेच्युटी लागू करने, नई शिक्षा नीति के तहत आंगनबाड़ी सेविका को नर्सरी शिक्षक का दर्जा देने, बिहार सरकार द्वारा10000 रुपए अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दिए जाने, आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका को जब तक सरकारी कारण नहीं किया जाए तब तक 25000 रुपये एवं सहायिका को 18000 रुपये का वेतन देने एवं सेविका -सहायिका को रिटायरमेंट और पेंशन देने अधिक की मांग शामिल है। अध्यक्ष ने बताया कि हम लोगों ने अपनी मांगों को लेकर 9 अक्टूबर से आंदोलन जारी कर रखे हैं। यह आंदोलन जब तक मांग पूरा नहीं होगा तब तक जारी रहेगा। इस मौके पर सरोज कुमारी, सचिव पूनम कुमारी, सुनीता कुमारी, रीना कुमारी, नैना कुमारी, सावित्री देवी, चंचिला कुमारी, कुसूर देवी, सुनैना देवी, मनीषा कुमारी, ममता कुमारी, कुमारी गिरजा सहित अच्छे संख्या में सेविका एवं सहायका लोग मौजूद थे।
Related Stories
September 22, 2024