नालंदा। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, आजादी का अमृत महोत्सव जन नेतृत्व की पहल के रूप में मनाया जा रहा है। एनएसएस नालंदा कॉलेज ने इसी उत्सव की निरंतरता में ‘मेरी माटी मेरा देश अभियान’ का आयोजन किया। भारत सरकार यह अभियान पूरे देश में 1 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक सभी संस्थाओं में करने का निर्देश दिया है। मेरी माटी मेरा देश स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों के योगदान को अमर बनाने का एक आंदोलन है।एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ बिनीत लाल ने इस बारे में बताया की कॉलेज के छात्र-छात्राएँ, शिक्षक और कर्मचारी अपने घरों से मिट्टी और चावल लेकर आये थे जिसे लेकर कॉलेज में अमृत कलश यात्रा निकाली गयी। दो कलश में जमा मिट्टी एवं चावल में से एक से कॉलेज में अमृत वाटिका बनायी जाएगी जिसमें स्वदेशी प्रजाति के 75 पौधे लगायी जाएगी। ये ‘अमृत वाटिका’ ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का भी भव्य प्रतीक बनेगी।” दूसरे कलश को दिल्ली भेजा जाएगा जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश से 7500 अन्य स्थानों से आए कलश के साथ हमारे महान वीरों के सम्मान में दिल्ली में बनाई गई अमृत वाटिका में रखेंगे, जो प्रत्येक नागरिक को याद दिलाती रहेगी कि हमें अमृतकाल में भारत को महान बनाना है। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने ‘पंच प्रण’ शपथ भी ली। प्राचार्य राम कृष्ण परमहंस ने कलश यात्रा में भाग लेते हुए कहा कि “इन प्रयासों से हमें अपने कर्तव्यों का एहसास होगा, हमें देश की आजादी के लिए किए गए असंख्य बलिदानों का एहसास होगा; हमें आजादी के मूल्य का एहसास होगा। इसलिए, हर देशवासी को इन प्रयासों में शामिल होना चाहिए।” अमृत कलश यात्रा में शिक्षक संघ की अध्यक्ष डॉ मंजु कुमारी, सचिव डॉ रत्नेश अमन के साथ कॉलेज के शिक्षक डॉ श्रवण कुमार, डॉ शशांक शेखर झा, डॉ उपेन मंडल, डॉ जगमोहन कुमार, डॉ राहुल कुमार ने भी भाग लिया। एनएसएस वॉलंटियर्स चंद्रमणि कुमार, प्रिंस पटेल, सज्जन, आदित्य, आशुतोष, नीलमणि, रिया, अंजलि, प्रीति, पीयूष, पवन, मनीष आदि ने पूरे कॉलेज परिसर में नारे लगाते हुए कलश यात्रा में शामिल हुए।