नालंदा। नालंदा डीईओ केशव प्रसाद के सेवनिवृति उपरांत स्थानीय राजकीय कृत कन्या+2 उच्च विद्यालय सोहसराय में विदाई सह सम्मान समारोह का आयोजन प्रभारी प्रधानाध्यापिका सुषमा कुमारी की अध्यक्षता में किया गया। वहीं कार्यक्रम का मंच संचालन संबंधित विद्यालयी शिक्षक सह नवनियुक्त माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष संजीत कुमार शर्मा के द्वारा किया गया। कार्यक्रम की कड़ी में महात्मा गांधी एवं लालबहादुर शास्त्री जी का जन्म दिन मनाते हुए उनके चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित सभी गण्यमान्यों एवं विद्यालय परिवार द्वारा किया गया तदोपरांत रामप्रिय पाण्डेय सेवा निवृत्त व फाउंडर शिक्षक के द्वारा मंगलाचरण एवं रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीताराम गीत तथा विद्यालयी पंच कन्याओं द्वारा स्वागत गीत के साथ शुरुआत किया गया। मौके पर सेवा निवृत्त जिला शिक्षा पदाधिकारी नालंदा केशव प्रसाद ने कहा कि जिले के सैकड़ों माध्यमिक उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कन्या+2 उच्च विद्यालय अपना अग्रिणी स्थान रखता है शायद इसीलिए इसे राज्यस्तरीय अनुकरणीय विद्यालय की दर्जा प्राप्त है यहां शिक्षक छात्रों अनुपात में नहीं रहने के वावजूद बेहतरीन छात्रोंपस्थिति एवं सराहनीय व प्रशंसनीय आउटपुट है। कार्यक्रम को संबोधित करते प्रभारी डीईओ अनिल कुमार ने शिक्षा पर व्यापक रूप से बल देते हुए कहा कि शिक्षा ही व्यक्ति को सर्वागिण विकास का नीव है। इसलिए शिक्षा को लेकर हम और हमारी टीम जिले में एक बेहतरीन दशा -दिशा और बेहतरीन आउटपुट देने का प्रयास करेंगें वावजूद सभी की सहयोग अपेक्षित है । मौके पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सुजीत कुमार ने कहा है कि शिक्षा एवं विद्यालयी शिक्षण व्यवस्था में निरंतर सीखते रहना चाहिए। जैसे कि हमलोगों ने सेवा निवृत्त जिला शिक्षा पदाधिकारी केशव प्रसाद से सीखने का मौका मिला और आज अग्रसर है।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नवनियुक्त माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षक संघ बिहार के प्रदेश अध्यक्ष डॉ गणेश शंकर पाण्डेय ने कहा ने कहा कि नालंदा डीईओ केशव प्रसाद ने नालंदा के सरकारी गैर-सरकारी शिक्षा क्षेत्र में एक व्यापक व अमिट छाप छोड़ी है जिससे सभी विद्यालय प्रधान, शिक्षक शिक्षकेतर कर्मी उनके मुरीद हुए। मौके पर नवीन कुमार, निकेश कुमार, निवास पाण्डेय, कुमारी संध्या, डां विश्वनाथ प्रसाद, विमला कुमारी, विवेकानंद, आनंद कुमार, कंचन लता समेत दर्जनों आस पास के शिक्षक एवं शिक्षार्थी मौजूद थे।