चांसलर ने कहा बाहर से आकर कार्य करने के प्रणाली को बंद करें
बिहार शरीफ । बुधवार को बिहार मेडिकल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉक्टर एसएन सिन्हा पावापुरी वर्धमान मेडिकल कॉलेज पहुंचे। इसके बाद वे भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी अस्पताल स्थित एक के बाद हरेक विभाग का किया औचक निरीक्षण । अस्पताल का निरीक्षण के दौरान कई खामियां मिलने पर उन्होंने काफी नाराजगी जाहिर की और जिम्मेदार लोगों को काफी फटकार लगाई। साथ ही व्यवस्थाएं सुधारने के लिए दिया एक महीने का वक्त दिया।
निरीक्षण के दौरान वाइस चांसलर श्री सिन्हा सबसे पहले ओपीडी केंपस पहुंचे जहां वार्ड में एक भी एमबीबीएस छात्र नहीं दिखने पर संस्थान प्रबंधन को आड़े हाथों लेकर जिम्मेदारों से व्यवस्था सुधारने को कहा । इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रत्येक दिन का बच्चों का अटेंडेंस उन्हें हर हाल में भेजना होगा। इसके बाद उन्होंने कॉलेज में पठन पाठन की जानकारी ली। कॉलेज प्राध्यापकों और कर्मियों की उपस्थिति के बारे में विस्तृत जानकारियां हासिल किये । उन्होंने कॉलेज में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने और आधारभूत संरचनाओं को और उच्च स्तरीय बनाने में अपना सहयोग देने का प्राचार्य को आश्वासन दिया। इस दौरान मीडिकल शिक्षकों को भी शैक्षणिक दृष्टिकोण से कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कहा कॉलेजों को संरक्षित, समृद्ध व सुव्यवस्थित कर शैक्षणिक माहौल को उच्च स्तरीयता प्रदान करना मेरी प्राथमिकता है । इसके बाद वाइस चांसलर डॉक्टर एसएन सिन्हा मीडिकल कॉलेज पहुंचे जहां उन्होंने सभी चिकित्सकों से बच्चों की पढ़ाई के संबंध में जरूरी दिशा निर्देश देते और कहा कि सभी चिकित्सक समय पर आए और यहीं रहकर मरीज के इलाज के साथ-साथ बच्चों को अच्छी तालीम दें । गौर तलब है कि अधिकांश चिकित्सक कॉलेज आवास में नहीं होते जिसको लेकर वे काफी नारज दिखे जिसको लेकर शिक्षकों को कहा कि क्लिनिकल एग्जामिनेशन करने हेतु निर्देश देते हुए कहा कि सभी चिकित्सक अपने आवंटित आवास में ही रहना सुरक्षित करें। बाहर से आकर कार्य करने की प्रणाली को तुरंत बंद करें । इसके बाद उन्होंने एमबीबीएस छात्रों से भी बातचीत कर विचार विमर्श किये। उन्होंने पठन-पाठन के बारे में पूछ ताछ किया और शासन व्यवस्था के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल की जिसमें मेडिकल विद्यार्थियों ने अपनी समस्याओं के बारे में वाइस चांसलर को अवगत कराया जिसपर कुलपति ने बच्चों को आश्वासन दिया कि उनकी सारी समस्याओं को दूर किया जायेगा और उन्हें किसी प्रकार की समस्या का सामना करना नहीं पड़ेगा । इस मौके पर प्राचार्य डॉ पीके चौधरी, डॉ राजेश नारायण, डॉक्टर इम्तियाज, डॉक्टर सुजीत कुमार एवं अन्य कई चिकित्सक एवं छात्र उपस्थित थे।