नालन्दा:- तैराकी में प्रतिभा निखारने को लेकर बुधवार को गिरियक प्रखंड स्थित पंचाने नदी में तैराकी प्रशिक्षण का अंचलाधिकारी सोनम राज एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रमेंद्र कुमार द्वारा सयुक्त रूपये से उद्घघाटन किया गया । इस तैराकी प्रशिक्षण में बीडीओ को आपदा प्रबंधन को लेकर अंचल कार्यालय को सहयोग देने का निर्देश दिया गया है। इस तैराकी प्रशिक्षण के मौके पर सीओ सोनम राज ने बताया कि बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार द्वारा सुरक्षित तैराकी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। यह प्रशिक्षण पांच चरणों में बाँटकर 60 दिनों तक सामाजिक समन्वय और अनुमंडल पदाधिकारियों के संरक्षण में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह तैराकी प्रशिक्षण नालंदा जिला के चिन्हित बिहारशरीफ, हरनौत, रहुई, अस्थावा, सरमेरा, बिंद, एकंगरसराय, हिलसा, करायपरसुराय, बेन और गिरियक कुल मिलाकर 11 अंचलों में तैराकी प्रशिक्षण दिया जायेगा। यह तैराकी प्रशिक्षण 11 सितंबर से शुरू हो चुका है जो अंतिम 13 नवंबर को समाप्त हो जायेगा। इस तैराकी प्रशिक्षण के लिए प्रत्येक अंचल में 5 मास्टर ट्रेनर प्रतिभागियों को प्रशिक्षण देने के काम में लगाया गया है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 60 बच्चों का बैच बनाकर 12 दिन प्रशिक्षण दिया जाएगा और अंतिम दिन प्रशिक्षण समाप्ति उपरांत प्रतिभागी को प्रमाण पत्र दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण प्रतिदिन ढाई घंटे का होगा। इस प्रशिक्षण के माध्यम से क्षेत्रों में आने वाले आपदा से बच्चों को तैराकी का उन्नत ज्ञान एवं कौशल तथा जीवन रक्षा तकनीकों में प्रशिक्षण का शुरुआत किया गया है। उन्होंने बताया कि इस प्रतिभागी के लिए बच्चे को स्वास्थय जांच से गुजरने के बाद ही तैराकी प्रशिक्षण की आहर्ता दिया गया है। वहीं प्रशिक्षण प्राप्त प्रतिभागीगण क्षेत्र में आए आपदा को अपने हद तक कंट्रोल कर जीवन को सुरक्षित कर सकेंगे। इस मौके पर अंचलाधिकारी एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रमेंद्र कुमार, गिरियक थाना अध्यक्ष जितेंद्र कुमार के आलावा प्रतिभागी और अन्य सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे।