NALANDA :- प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय ही नहीं बल्कि वैश्विक शिक्षा जगत के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा । जी-20 के तहत आने वाले लेबर इंगेजमेंट ग्रुप (एल-20) का शिष्टमंडल नालंदा पहुंचे । प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय परिसर में नालंदा के डीएम शशांक शुभंकर ने सदस्यों को गर्मजोशी से स्वागत किया । शिष्टमंडल के सदस्यों ने घूम घूम कर भग्नावशेष के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल की । इस दौरान चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गयी है। 261 स्थानों पर मजिस्ट्रेट व 632 सुरक्षा बल तैनात की गई थी । दल में शामिल कई देशों के लोग नालंदा महाविहार के भग्नावशेष के दर्शन करने के बाद अंतरराष्ट्रीय नालंदा विश्वविद्यालय के विभिन्न खंडों का दीदार करेंगे। प्राचीन नालंदा विश्व विश्वविद्यालय के भग्नावशेष का अवलोकन कर टीम के सदस्यों ने कहा कि यह विश्व धरोहर की अनूठी पहल है। जहां से पूरे विश्व में ज्ञान की रौशनी फैलाई जाती थी । इस ज्ञान की धरती पर आकर हमें बहुत अच्छा लगा ।जी-20 के देश: अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम व संयुक्त राज्य अमेरिका। स्पेन स्थायी अतिथि है, जो हर साल आमंत्रित होता है।