नालंदा :- पूर्व केंद्रीय मंत्री और कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले आरसीपी सिंह ने जाति गणना पर मुख्यमंत्री को घेरते हुए कहा कि उन्होंने जाति गणना का आंकड़ा प्रस्तुत कर समाज को टुकड़ों में बांटने का काम किया है । आज आंकड़ा प्रस्तुत होने पर बहुत सारी जाति के लोग आंकड़ा को फर्जी बता रहे हैं। बेस्ट समाज को कई वर्गों में बांट दिया गया है कानून, तेली, कैथ ,बनिया , सोनार व अन्य जातियों को अलग-अलग कर दिया गया है । लोहार समाज को दो वर्गों में बांट दिया गया है । मुस्लिम में सिया समाज का गणना सही से नहीं किया गया है । जबकि बुद्धिस्ट, जैन, सिक्ख समाज के लोगों का कहीं भी जिक्र नहीं किया गया है। जबकि बिहार की धरती बौद्ध और जैन की धरती कही जाती है सिक्ख के गुरुओं का तो यहां जन्मस्थली है । जिस प्रकार का आगरा प्रस्तुत किया गया है वह संध्या के घेरे में है आज जो काम या ज्यादा की लड़ाई हो रही है वह इसी कारण हो रही है नीतीश कुमार बिहार के अस्मिता की बात कहते थे आज उन्होंने टुकड़ों में बांटने का काम किया है 2005 में जब उन्हें बिहार की जनता ने और जनमत दिया था तो बिहार के लोगों में बिहारीपन जगाने के लिए बिहार दिवस की शुरुआत किए थे आज सभी जाति के लोग परेशान हैं । नीतीश जी कभी जमात की बात किया करते थे । आज बिहारीपन को आघात पहुंचाने का काम कर रहे हैं। वही उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में जदयू किसी भी सीट पर चुनाव जीतने नहीं जा रही है । मौके पर भाजपा नेता मुन्ना सिद्धकी , श्यामकांत पांडे, प्रेम कुमार व अन्य शामिल थे ।