नालन्दा:- सोमवार से सदर अस्पताल प्रांगन से एमडीए अभियान में जनमानस की सक्रीय भागीदारी सुनिश्चित करने एवं अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से 5 ई रिक्शा को सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह एवं जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी, डॉ. राममोहन सहाय द्वारा संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। अगले 10 दिनों तक यह ई रिक्शा जिले के 51 वार्डों में घूमकर लोगों को फ़ाइलेरिया की दवा सेवन के लाभ के बारे में जागरूक करेंगे और एमडीए अभियान में ज्यादा से ज्यादा संख्या में शामिल होकर उसे सफल बनाने की अपील करेंगे। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह, प्रभारी अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. कुमकुम, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी, डॉ. राममोहन सहाय सहित सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे। लोगों से एमडीए अभियान को सफल बनाने में सहयोग देने की की जाएगी अपील- डॉ. राममोहन सहाय जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी, डॉ. राममोहन सहाय ने बताया कि ई-रिक्शा पीसीआई इंडिया के सहयोग से इन जागरूकता वाहनों को भेजा गया है। अक्सर लोग जानकारी के अभाव में दवा खाने से हिचकते हैं। इन जागरूकता वाहनों के द्वारा लोगों को एमडीए अभियान के बारे में जागरूक किया जायेगा। डॉ. सहाय ने बताया कि सभी वाहन लाउडस्पीकर एवं माइक से लैस हैं और आकर्षक तरीके से तैयार किये गए हैं। डॉ. राममोहन सहाय ने बताया कि फाइलेरिया मच्छरों से फैलने वाली एक गंभीरबीमारी है। जिसके लक्षण 10 से 12 सालों में दिखाई देते हैं। यदि किसी को फाइलेरिया होता है और समय पर इलाज नहीं करवाता है तो वो दिव्यांग भी हो सकता है। इसलिए फाइलेरिया से बचना है तो दवाओं का सेवन करना जरूरी है।उन्होंने बताया कि पांच वर्ष तक लगातार साल में एक बार दवाओं कासेवन करने से फाइलेरिया की संभावना लगभग खत्म हो जाती है. यह दवा उम्र के अनुपात में खिलाई जाती है और दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रोग से ग्रसित व्यक्ति को यह दवा नहीं खिलाई जाती है।
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December 6, 2024