NALANDA :- बिंद प्रखंड के बीआरसी भवन के निकट विभाग द्वारा बनाया गया कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की दीवारें उद्घाटन से पहले ही दरकना शुरू हो गई। बताते चलें कि कस्तुरवा गांधी विद्यालय मे पढ़ रही दलित व महादलित परिवारों की बच्चियों को इंटर तक की पढ़ाई करने के लिए इधर -उधर भटकना नही पड़े इसके लिए 2 करोड़ 13 लाख की लागत से दो दर्जन कमरों वाला कस्तूरबा गांधी प्लस टू आवासीय विद्यालय का निर्माण कराया गया है जहां रहकर अब बच्चियां इंटर तक की पढ़ाई करेगी । छात्रावास भवन निर्माण होने से कस्तूरवा गांधी अवासीय स्कूल की बच्चियों को इंटर तक की पढ़ाई करने मे काफी साहुलियत होगी । इसके पहले कस्तुरवा गांधी अवासीय स्कूल मे पढ़ रही दलित ,महादलित व अतिपिछड़ा परिवारों की बेटियां आठवीं कक्षा के बाद आगे की पढ़ाई नही कर पाती थी । परिजन भी आर्थिक अभाव का रोना रोकर अपनी बच्चियों को आगे की पढ़ाई नही करा पाते थे । अब इन परिवारों की बच्चियां छात्रावास मे रहकर नौंवी से 12वीं तक कि शिक्षा असानी से प्राप्त कर सकेंगी ।
प्रतिवर्ष एक सौ से अधिक दलित ,महादलित व अतिपिछड़ा वर्ग कि बच्चियां को इसका लाभ मिलेगा । लेकिन करोड़ों रुपए की लागत से बनाए गए इस भवन की दीवारें उद्घाटन से पहले ही दरकने लगी इससे यह प्रतीत होता है कि भवन को बनाने में कितनी अनियमितता बरती गई है और दीवारों की दरकना तो फिर भी गनीमत है अगर बिल्डिंग की नीव कमजोर रही तो यहां पढ़ने वाली बच्चियों का कितनी सुरक्षित रहेगी यह तो समय ही बताएगा।