NALANDA :- इन दिनों तत्काल टिकट लेने में काफी परेशानी हो रही है। नियम में बदलाव के बावजूद सही लोगों को टिकट नहीं मिल पा रहा है। बावजूद, रेलकर्मी व दलाल बिहारशरीफ स्टेशन पर सक्रिय हैं। मंगलवार को रेल सुरक्षा बल(आरपीएफ) की विशेष टीम ने बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन पर छापेमारी कर चार तत्काल टिकट के साथ बुकिंग क्लर्क विपीन कुमार व एक बाहरी व्यक्ति बबलू कुमार को गिरफ्तार किया।
टीम का नेतृत्व कर रहीं बख्तियारपुर आरपीएफ इंस्पेक्टर ज्योत्स्ना कुमारी ने बताया कि काफी दिनों से बिहारशरीफ रेल स्टेशन पर तत्काल टिकट की ब्लैकमेलिंग करने की शिकायतें मिल रही थीं। मंगलवार को छुपकर इनकी सारी गतिविधियों की पड़ताल की गयी। इसके बाद तत्काल टिकटों के साथ बुकिंग क्लर्क व दलाल को दबोचा गया। बाद में उन टिकटों की जांच की गयी। जांच में उसने अपने परिवार के सदस्यों के नाम टिकट काटे जाने की बात कही। लेकिन, जांच में कोई भी नाम उसके परिवार का सदस्य नहीं निकला। टीम में आरपीएफ इंस्पेक्टर के अलावा एएसआई राजकुमार व उमेश कुमार राय शामिल थे।
तत्काल टिकट के लिए मारामारी:
बिहारशरीफ, राजगीर, हरनौत, हिलसा, इस्लामपुर, पावापुरी हॉल्ट, नालंदा समेत अन्य स्टेशनों पर इन दिनों तत्काल टिकट के लिए मारा-मारी हो रही है। यूं कहें तो टिकट काउंटरों पर कई जगह दलाल सक्रिय हैं। रेलकर्मियों की मिलीभगत से अब भी तत्काल टिकट बुकिंग की हेरा-फेरी का खेल चल रहा है। हर दिन श्रमजीवी एक्सप्रेस की अकेले बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन से रोजाना 50 टिकट बुक करायी जाते है। इनमें से औसतन पांच टिकट तत्काल का होता है। शादी समारोह में शामिल होने के लिए दूसरे प्रदेश से आए लोग अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए तत्काल टिकट ले रहे हैं। बाहर से आए सैकड़ों मजदूर इन दिनों शादी विवाह के मौके पर स्थानीय स्तर पर काम मिलने की वजह से रहते हैं। ऐसे मजदूर शादी का सीजन खत्म होने की वजह से रोजगार की तलाश में अन्य प्रदेशों का रूख कर रहे हैं। तत्काल टिकट को छोड़िए कई यात्रियों को अपने प्रदेश में लौटने के लिए इच्छा के अनुसार तय तिथि का भी सामान्य आरक्षण नहीं मिल पा रहा है।