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नालंदा :- पूर्णिया में एक सर्जन डॉ. राजेश पासवान पर हुए हमले के विरोध में बिहार शरीफ सदर अस्पताल में चिकिसकों ने ओपीडी सेवा बंद रखा जिससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा । मंगलवार को सभी सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवा छोड़कर सभी कार्य बंद रहे। इससे ओपीडी में आने वाले मरीजों को मायूसी हाथ लगी। जानकारी के मुताबिक, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) बिहार की ओर से 18 नवंबर को पूर्णिया में एक सर्जन डॉ. राजेश पासवान पर हुए हमले के विरोध में यह हड़ताल बुलाई गई थी। आईएमए का कहना है कि इस हमले से डॉक्टरों के मनोबल पर गहरा असर पड़ा है। हड़ताल के कारण सरकारी अस्पतालों में ओपीडी में आने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कई मरीजों को बिना इलाज के ही घर लौटना पड़ा। कुछ मरीजों को निजी अस्पतालों में इलाज के लिए जाना पड़ा। आईएमए का कहना है कि हड़ताल का उद्देश्य डॉक्टरों के सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। सरकार से मांग है कि जल्द से जल्द इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।