नालंदा। दीवाली में मात्र 15 दिन बचे हैं। उसके पांच दिन बाद छठ महापर्व भी है। त्योहार के दौरान बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों में रहने वाले लोग अपने घर को लौटते हैं। अधिकतर लोग महीनों पहले टिकट कटवा लेते हैं। जिन्होंने टिकट नहीं कटाया है, वह कैसे घर लौटेंगे। बाहर से नालंदा आने वाली सभी ट्रेनें हाउसफुल है। श्रमजीवी व मगध एक्सप्रेस में स्लीपर क्लास की वेटिंग लिस्ट 200 के करीब है। इसी तरह थर्ड एसी में करीब 150 वेटिंग, एसी में 70 तो फर्स्ट क्लास एसी में भी वेटिंग लिस्ट की संख्या 25 के करीब है। यह हाल नवंबर की शुरुआत से लेकर छठ तक है। छठ के बाद वापस काम पर लौटने की मारामारी के कारण नालंदा से जाने वाली ट्रेनों में भी यही हाल है। पड़ोसी जिलों का भी है यही हाल नालंदा से मुख्य रूप से दूसरे राज्य जाने के लिए श्रमजीवी व मगध एक्सप्रेस का सहारा है। दोनों दिल्ली आती-जाती है। जिले के लोग बड़ी संख्या में इन्हीं दोनों ट्रेनों का सहारा लेते हैं। इन दोनों ट्रेनों से घर लौटने की तो गुंजाइश नहीं बची है। पड़ोसी जिलों में बाहर से आने वाली ट्रेनों का भी यही हाल है। पटना आने वाली राजधानी, सप्तक्रांति, तेजस, सम्पूर्ण क्रांति जैसी ट्रेनें भी त्योहार के मौके पर हाउसफुल है। दूसरे राज्यों से आने वाले अधिकतर लोग पटना तक ट्रेनों से आते हैं। अब इन ट्रेनों में भी वेटिंग लिस्ट लगी हुई है।त्योहार के मौके पर पूजा स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग हो रही है। हालांकि, अभी तक इसकी कोई घोषणा नहीं की गयी है। पिछले सालों में बाहर से लौटने के लिए पूजा स्पेशल ट्रेनें चलती रही है। इससे अचानक घर आने वाले लोगों को काफी राहत मिलती थी। इतनी परेशानियों के बाद भी लोग छठ महापर्व में घर लौटेंगे। बिहारशरीफ का आकाश दिल्ली में पढ़ाई करता है। उसने दो महीने पहले ही छठ में घर आने के लिए टिकट कटा लिया था। वहीं, अस्थावां के नरेश प्रसाद पूरे परिवार के साथ दिल्ली से घर लौटने की योजना बना रहे हैं। दिक्कत यह है कि अभी तक उन्होंने टिकट नहीं कटाया है। उन्होंने फोन पर बताया कि घर जरूर लौटेंगे। ट्रेन में सीट नहीं मिली तो सवारी गाड़ी का सहारा लेंगे। दिल्ली में प्राइवेट कंपनी में जॉब करने वाले नितिन कुमार टिकट नहीं कटा पायें है। अब प्लेन से घर लौटने की तैयारी कर रहे हैं। ट्रेन में सीट नहीं मिली तो काफी संख्या में लोग बसों से बिहार आने की योजना बना रहे हैं। हालांकि, नालंदा से दिल्ली के लिए फिलहाल कोई पूजा स्पेशल बस नहीं है। बसों से आने वाले लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
Related Stories
April 5, 2024