नामचीन गायक के सुरीली आवाज पर झूमे दर्शक, तालियों और डांस से किया अभिवादन
राजगीर (नालंदा)। शनिवार की शाम राजगीर के वैभार गिरी पर्वत की वादियां नामचीन गायक जुबिन नौटियाल की सुरीली आवाज से गूंज उठीं। तीन दिवसीय राजगीर महोत्सव के प्रथम दिन जुबिन ने अपनी मधुर प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जैसे ही उन्होंने अपनी पहली प्रस्तुति “बहुत आयी तेरी यादें मगर इस बार तुम्हीं आना” गाना शुरू किया, पंडाल तालियों और दर्शकों के डांस से गूंज उठा।
जुबिन ने बताया कि यह उनकी पहली बिहार यात्रा है और यहां के लोगों का प्यार और ऊर्जा उन्हें बहुत खास लगा। उनकी दूसरी प्रस्तुति “मैं जिस दिन भुला दूं तेरा प्यार दिल से, वो दिन आखिरी हो मेरे जिंदगी का” ने भी दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। जुबिन ने अपने लोकप्रिय गीत “तुम ही आना” और “किन्ना सोना” भी प्रस्तुत किए, जिससे पंडाल का माहौल और रंगीन हो गया।
दर्शकों की उमड़ी भीड़, खचाखच भरा पंडाल
जुबिन नौटियाल के गाने सुनने के लिए न केवल राजगीर बल्कि आस-पास के इलाकों से भी भारी संख्या में दर्शक पहुंचे। उनका कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही महोत्सव पंडाल पूरी तरह भर चुका था। उद्घोषक ने मंच से यह भी बताया कि पटना हवाई अड्डे पर उतरते ही जुबिन ने बिहार का प्रसिद्ध व्यंजन लिट्टी-चोखा खाने की इच्छा जाहिर की।
कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया। जिलाधिकारी शशांक शुभंकर और एसपी भारत सोनी खुद व्यवस्था की निगरानी करते नजर आए। कार्यक्रम में सांसद कौशलेंद्र कुमार, विधायक कौशल किशोर, पर्यटन निदेशक विनय कुमार राय, नगर परिषद राजगीर के कार्यपालक पदाधिकारी तुषार कुमार और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
जुबिन नौटियाल: प्रतिभाशाली गायक और उनकी उपलब्धियां
जुबिन नौटियाल (जन्म: 13 जून 1989) उत्तराखंड के एक प्रसिद्ध भारतीय पार्श्वगायक हैं। उन्हें “बजरंगी भाईजान” के गीत “जिंदगी कुछ तो बता” के लिए मिर्ची म्यूजिक अवार्ड्स 2016 में अपकमिंग मेल वोकलिस्ट ऑफ द ईयर से नवाजा गया। उनके प्रसिद्ध गीतों में “तुम ही आना,” “किन्ना सोना,” “वफा ना रास आई,” और “लुट गए” शामिल हैं। “लुट गए” ने पांच महीनों में 861 मिलियन व्यूज हासिल किए।
जुबिन नौटियाल की प्रस्तुतियों ने संगीत प्रेमियों को एक यादगार अनुभव दिया। पंडाल में उपस्थित हर व्यक्ति उनके गीतों की धुन पर झूमता नजर आया।