साइबर अपराध से बचाव : नई तरकीबें और सुरक्षा के उपाय
नालंदा पुलिस की सलाह
बिहारशरीफ (नालंदा) : आज के डिजिटल युग में, साइबर अपराधियों ने ठगी के नए-नए तरीके अपनाए हैं। इनमें डिजिटल अरेस्ट, बिजली बिल के नाम पर ठगी, फर्जी एप (.APK फ़ाइल), और वर्चुअल नंबर से धोखाधड़ी जैसी तरकीबें शामिल हैं। इनसे बचाव के लिए सतर्कता और सही जानकारी जरूरी है। आइए, इन अपराधों के तरीके और उनसे बचने के उपायों पर विस्तार से चर्चा करें।
- डिजिटल अरेस्ट: नकली गिरफ्तारी का भय
साइबर अपराधी खुद को CBI, नारकोटिक्स, या पुलिस अधिकारी बताकर लोगों को कॉल करते हैं। वे मनी लॉन्ड्रिंग या अवैध गतिविधियों में फंसाने का डर दिखाते हैं और पीड़ित को वीडियो कॉल पर बने रहने के लिए मजबूर करते हैं।
बचाव के उपाय
डिजिटल अरेस्ट कानूनी नहीं है: ऐसे वीडियो कॉल को न उठाएं।
किसी अनजान कॉल पर विश्वास न करें और स्थानीय थाने में संपर्क करें।
व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें: जैसे बैंकिंग डिटेल्स, OTP, या पासवर्ड।
- बिजली बिल के नाम पर ठगी
स्कैमर्स बिजली विभाग का अधिकारी बनकर कॉल करते हैं। वे बिजली कनेक्शन काटने की धमकी देकर पीड़ित से बैंक डिटेल्स, OTP, और CVV जैसी जानकारी मांगते हैं।
बचाव के उपाय
सत्यापन करें: बिजली विभाग के कस्टमर केयर नंबर 1912 पर कॉल करें।
किसी भी अज्ञात कॉलर के साथ बैंक डिटेल्स साझा न करें।
संदिग्ध कॉल का जवाब देने से बचें।
- .APK फ़ाइल फ्रॉड
साइबर अपराधी लोगों से संदिग्ध .APK फ़ाइल इंस्टॉल कराते हैं, जिससे उनका मोबाइल डिवाइस हैक हो जाता है। इसके बाद अपराधी बैंकिंग डिटेल्स और अन्य निजी जानकारी चुराकर ठगी करते हैं।
बचाव के उपाय
सुरक्षित स्रोत से ऐप डाउनलोड करें: केवल Google Play Store या Apple App Store से।
किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
WhatsApp या अन्य सोशल मीडिया ग्रुप्स पर मिली फाइलों से सावधान रहें।
- फेक अरेस्टिंग: गिरफ्तारी के नाम पर ठगी
अपराधी फोन पर झूठा दावा करते हैं कि आपका कोई रिश्तेदार पुलिस केस में फंस गया है। इसके बाद वे पैसे ऐंठने के लिए UPI या अन्य माध्यमों से भुगतान मांगते हैं।
बचाव के उपाय
अनजान नंबरों से ऐसी कॉल्स पर भरोसा न करें।
स्थानीय थाने से सत्यापन करें।
वित्तीय जानकारी न दें: फोन पर बैंक डिटेल्स, OTP साझा करने से बचें।
- वर्चुअल नंबर से ठगी
साइबर अपराधी वर्चुअल नंबर का उपयोग करके कॉल करते हैं। ऐसे नंबरों पर कॉल बैक करने पर फोन नहीं लगता है।
बचाव के उपाय
अनजान नंबर से मिली कॉल पर सतर्क रहें।
किसी भी संदिग्ध नंबर पर कॉल बैक करने से पहले जांच करें।
- इनवेस्टमेंट फ्रॉड
साइबर अपराधी नई-नई कंपनियों में निवेश का लालच देकर ठगी करते हैं।
बचाव के उपाय
सत्यापन करें: NSE/BSE पोर्टल में रजिस्टर्ड ब्रोकर प्लेटफॉर्म से जानकारी लें।
बिना जांचे-परखे किसी कंपनी में पैसा न लगाएं।
- गलत व्हाट्सएप/टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ना
अपराधी फर्जी ग्रुप बनाकर लोगों को जोड़ते हैं और ठगी का शिकार बनाते हैं।
बचाव के उपाय
अनजान ग्रुप से तुरंत बाहर निकलें।
प्राइवेसी सेटिंग बदलें: व्हाट्सएप/टेलीग्राम में सेटिंग्स बदलकर अनजान लोगों को ग्रुप में जोड़ने से रोकें।
साइबर हेल्पलाइन
किसी भी साइबर अपराध की स्थिति में तुरंत राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं।