1.25 लाख रुपये नगद और कई उपकरण बरामद
बिहारशरीफ(नालंदा): नालंदा पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। साइबर ठगी के आरोप में दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों भाई लोन दिलाने के नाम पर लोगों को ठगने का काम करते थे। पुलिस ने इनके पास से ठगी में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन, नगद रकम और अन्य सामान बरामद किया है।
गृह मंत्रालय के इनपुट पर की गई कार्रवाई
नालंदा साइबर डीएसपी ज्योति शंकर ने बताया कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय से आर्थिक अपराध इकाई को सूचना मिली थी कि एक विशेष नंबर से साइबर ठगी की जा रही है। इस इनपुट के आधार पर पुलिस ने मानपुर थाना क्षेत्र के सरबहदी गांव में छापेमारी की और दोनों ठगों को गिरफ्तार कर लिया।
ठगी के दौरान बरामद सामान
गिरफ्तारी के समय पुलिस ने इनके पास से ठगी में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण और नकदी जब्त की। बरामद सामग्रियों में 1.25 लाख रुपये नगद, 7 मोबाइल फोन,2 डेबिट कार्ड एवं अन्य उपकरण शामिल है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सरबहदी गांव निवासी रामबालक यादव के पुत्र राजीव कुमार और संजीव कुमार के रूप में हुई है।
अब तक कितने लोग बने शिकार?
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आरोपियों ने अब तक कितने लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों और इनके नेटवर्क का भी पता लगा रही है।
साइबर ठगी के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई
नालंदा पुलिस की इस कार्रवाई से साइबर अपराधियों को एक बड़ा संदेश गया है। आम जनता को भी पुलिस ने सतर्क रहने और अनजान कॉल या लुभावने ऑफर्स से बचने की सलाह दी है। यदि किसी को ठगी का शिकार होने का शक हो, तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन या नजदीकी पुलिस स्टेशन से संपर्क करें।