Mahua Live Nalanda: लोकल उत्पादों की खरीद से चमकेगी सभी की दिवाली: राजीव रंजन

Mahua Live Nalanda: त्यौहारों में नालंदा के निवासियों से स्थानीय उत्पादों की खरीद के लिए अपील करते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि स्वदेशी उत्पादों की खरीद से न केवल देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है बल्कि इसका लाभ स्थानीय कारीगरों व श्रमिकों को भी मिलता है. स्थानीय श्रम को सम्मान मिलने से ही समाज का आर्थिक सशक्तिकरण होता है और लोगों की आत्मनिर्भरता बढ़ती है. इसीलिए मेरी सभी से अपील है कि इस दिवाली स्थानीय उत्पादों की ज्यादा से ज्यादा खरीद करें. आपकी इस खरीद से गरीबों के घर रोशन होंगे. सबका साथ सबका विकास का मूलमंत्र भी हमें यही सिखाता है.उन्होंने कहा कि स्थानीय उत्पादों की खरीद के लिए प्रधानमन्त्री मोदी जी की अपील का भारतीय बाजारों का जबर्दस्त असर दिख रहा है. इस मुहिम को जनता के मिल रहे अभूतपूर्व समर्थन से जहां भारतीय बाजारों को बल मिल रहा है, वहीं इसने चीन का दिवाला निकाल दिया है. आम जनता द्वारा चीनी सामानों के बहिष्कार से जहां स्वदेशी बाजार लहलहाने लगे हैं वहीं ड्रैगन को करीब 50 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. एक अनुमान के मुताबिक इस दिवाली लोगों द्वारा 2 लाख करोड़ की खरीददारी कर सकते हैं. इससे साफ़ है कि यदि यह ट्रेंड बरकरार रहा तो इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को कोरोना के साये से निकालने में काफी मदद मिलेगी।श्री रंजन ने कहा कि लोकल फॉर वोकल के प्रति भारतीय जनमानस का उत्साह इतना अधिक है कि कई भारतीय व्यापारियों ने ढेर सारे चीनी उत्पादों का आयात करने से साफ़ मना कर दिया है. यहां तक कि एक सर्वे से पता चला है कि देश के दिल्ली, मुम्बई जैसे प्रमुख 20 शहरों में चीन के किसी भी सामानों के लिए ऑर्डर नहीं दिया गया है. दिवाली के सामानों, पटाखों या अन्य किसी भी आइटम को चीन से नहीं मंगाया जा रहा है. जनता के इस रुख से चीन को इस वर्ष राखी उत्सव के दौरान भी लगभग 5 हज़ार करोड़ रुपये और और गणेश चतुर्थी में तकरीबन 5 सौ करोड़ रुपये का सीधा नुकसान हुआ है. यही प्रवृत्ति दिवाली में भी देखे जाने के चलते यह स्पष्ट है कि सस्ते होने के बावजूद भारतीय जनता अब चीनी उत्पादों के ऊपर स्वदेशी उत्पादों को महत्व देने लगी है।