NALANDA :- शहर की यातायात व्यवस्था लगातार बिगड़ रही है। जहां देखो कुव्यवस्था का नजारा देखने को मिलता है। शहर के मार्गों पर वाहन चलाना जंग लड़ने जैसा हो गया है। वहीं निर्माणधीन फ्लाईओवर कार्यों के वजह से एक किलोमीटर का रास्ता तय करने में शहरवासियों को घंटो लग जाता है। शहर में लगातार चौपट होती यातायात व्यवस्था को लेकर व्यवस्था के जिम्मेदार अनजान बने हुए हैं।
ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम के शुरुआत के दौरान अस्पताल चौराहा पर से फुटपाथ के किनारे ठेला लगाने वालों को हटाया गया था ताकि व्यवस्थित रूप से सिगनल सिस्टम का पालन हो लेकिन कुछ माह की सफाई के बाद पुनः ठेला लगाना शुरू कर दिया गया जिसके वजह से ग्राहक सड़कों पर ही अपने वाहन को पार्क कर खट्टी मीठी स्वाद लेना शुरू कर देते हैं और शहरवासी कुव्यवस्था के शिकार होते हैं। वही ट्रैफिक लाइट की बात करे तो शहर के अस्पताल चौराहा के आलावे किसी भी स्थान पर यह सिस्टम कार्य नहीं कर रहा है। अधिकांश चौक चौराहे पर ट्रैफिक लाइट लगे रहने के बावजूद भी चारों ओर से वाहनों के आवागमन से यातायात प्रभावित हो रहा है। शहर के खंदक पर, सोहसराय, भरावपर क्षेत्र में यातायात व्यवस्था सबसे खराब है। यहां पर रोजाना सड़क जाम की समस्या बनी रहती है। शहर के व्यस्ततम मार्गों पर वाहन चालक मनमर्जी से वाहन खड़े कर देतें हैं। जिससे मार्गों पर वाहन चलाना मुश्किल होता जा रहा है। वहीं पैदल चलने वाले भी परेशान रहते हैं इसके बावजूद भी यातायात पुलिसकर्मी अपने कर्तव्यों का पालन ना कर उगाही के कार्यों में मग्न देखे जाते हैं।शहर के यातायात व्यवस्था के सवाल पर ट्रैफिक डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि शहर का आधा से ज्यादा भाग अंडर कंस्ट्रक्शन है इस वजह से समस्याएं थोड़ी बढ़ गई है और जहां भी ट्रैफिक लाइट लगे है वहां पर पर्याप्त जगह नहीं है जिससे नियमो के अनुसार वाहनों का आवाजाही शुरू कराया जाएं। श्री सिंह ने कहा कि ट्रैफिक लाइट से जुड़ी समस्याओं को लेकर मैने नगर निगम बिहारशरीफ को जानकारी दी है लेकिन अभी तक कोई जवाब नही आया है। मुझे भी उनके कारवाई का इंतजार है और ऊपर से हमारे पास मानवीय संसाधन की कमी है। हमलोग कोशिश कर रहे हैं की किसी भी तरह शहर के यातायात से जुड़ी समस्याओं को दूर किया जा सके। और जहां कहीं भी अतिक्रमण है इसे लेकर लोगो को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि यातायात नियमों को लेकर लोगों का जागरूक होना बेहद जरूरी है। शहर में कई ऐसे खाली जगह भी है जिसे अगर फुटपाथी वेंडरों को मुहैया करवाया जाये तो अतिक्रमण में कमी आयेगी।
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April 5, 2024