मोहम्मद निसार अंसारी की रिपोर्ट
NALANDA :– पावापुरी स्थित भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान में सात साल के बाद शव गृह पुरी तरह से विभिन्न सुविधाओं के साथ कार्य करने लगा है। इसका आज सोमवार को सांसद कौशलेन्द्र कुमार के हाथों विधिवत उद्घाटन किया गया। इस मौके पर प्राचार्य डॉ पीके चौधरी, अस्पताल अधीक्षक डॉ अरुण कुमार सिन्हा, सदर अस्पताल बिहारशरीफ के सीएस डॉ अविनाश कुमार सिंह, विभागा अध्यक्ष डॉ अरुण कुमार, अनाटॉमी विभाग के प्रो डॉ अशोक कुमार सिंह, मेडिसिन विभाग के डॉ गणेश प्रसाद सिंह सहित एवं अन्य विभागों के विभागध्यक्ष व चिकत्सा पदाधिकारी मौजूद रहे।
इस अवसर पर चीफ गेस्ट रहे सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने उद्घाटन के बाद कहा कि यहाँ शव गृह में पोस्टमार्टम का कार्य शुरू हो जाने से गिरियक इलाके के लोगों को अब बिहारशरीफ़ सादर अस्पताल शव ले जाना नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सूबे के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार लगातार इस ओर कार्य कर रही है है और पावापुरी मीडिकल कॉलेज में शिक्षा से लेकर इलाज बेहतर हो इसके लिए के सुविधा पहुंचाने का कार्य कर रही है।
इस मौके पर प्राचार्य डॉ पीके चौधरी ने बताया कि पावापुरी अस्पताल में शव गृह का आज उद्घाटन किया गया है जिसमें गिरियक थाना क्षेत्र में होने वाले मृत्यु के बाद पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बिहारशरीफ शव को नहीं ले जाना पड़ेगा और जिला में जो पोस्टमार्टम कार्य हो रहा है वह वहाँ चलता रहेगा।
उन्होंने बताया कि सात साल बाद शव गृह आज सारी सुविधाओं के साथ कार्य करना शुरू कर दिया है जिसका मुख्य उद्देश्य मीडिकल कि पढ़ाई कर रहे छात्रों को शिक्षा ग्रहण करना भी है। यहाँ पोस्टमार्टम नहीं होने से छात्रों को सदर अस्पताल जाना पड़ता था लेकिन अब उन्हें यहीं प्रैक्टिकल करने की सुविधा हो गयी है और अपनी पढ़ाई पुरी कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि उद्घाटन में जिलाधिकारी का आना भी सुनिश्चित था लेकिन किसी व्यस्तता के कारण वे नहीं आ सके। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी एवं जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार स्थानीय थाना को भी इसकी जानकारी दे दी गयी है कि गिरियक इलाके में होने वाले मृत्यु के बाद पोस्टमार्टम कराने के लिए पावापुरी अस्पताल ही शव को भेजें।
डॉ पीके चौधरी ने बताया कि यहाँ चिकित्सकों की काफी कमी है। इसके लिए सरकार से इस फैकल्टी को जल्द पूरा करने की माँग की गयी है। उन्होंने बताया कि शव गृह में सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने का काम पूरा किया गया है। चिकित्साधिकारी कक्ष, बिसरा कक्ष, पोस्टमार्टम कक्ष, डेड बॉडी स्टोर, पुलिस कक्ष, मोर्चेरी अटेंडेंस कक्ष, कार्यालय बॉडी वाश रूम, चेंज रूम सहित सारी सुविधाएं होगी।
सबसे बड़ी बात है कि यहां दस से पंद्रह दिनों तक शव कि सुरक्षित रखा जा सकेगा। इस मौके पर एफएमटी विभाग के अध्यक्ष डॉ अरुण कुमार सिंह ने बताया कि शव गृह में शव को रखने के लिए उच्च स्तर के मोर्चेरी चैम्बर की व्यवस्था है।