जय माता दी के जयकारों से गूंजा इलाका
नालंदा :- थरथरी बाजार स्थित बस स्टैंड में चैती दुर्गा मंदिर का मंगलवार को पट खुलते ही माँ दुर्गा के दर्शन को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। चैती नवरात्र पूजा के सातवें दिन देवताओं के पूजन के बाद मंत्रोच्चार से पूरा वातावरण गूंज उठा। इस दौरान मां की आरती व भजन से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। घंटा और शंख की ध्वनियों से वातावरण गूंजायमान हो गया। श्रद्धालु माता रानी की जय, जय माता दी, दुर्गा महारानी की जय आदि उद्घोष करते रहे। आचार्य राजदेव पाण्डेय ने नवरात्र के सातवीं के महत्व के बारे में बताते हुए कहा मां दुर्गा की सातवीं शक्ति कालरात्रि के नाम से जानी जाती है। दुर्गा पूजा के सांतवीं को उपासना विधान है। उनकी पूजा-अर्चना से भक्तों के समस्त पापों एवं विध्नों का नाश होता है। मां कालरात्रि दुष्टों का विनाश करती है। वहीं, महा निशा पूजा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसमें सत्व, रज एवं तमगुणों को प्रगट करने वाली भगवती पराम्बा दुर्गा के तीनों रूप की पूजा की जाती है जो भक्त श्रद्धा, विश्वास और निष्ठा से महानिशा की पूजा करते है मां उन भक्तों का कष्ट दूर करती हैं।