नालंदा : पिछले एक सप्ताह से डीआरसीसी में जारी हड़ताल खत्म हो गया और कर्मी अपने काम पर वापस लौट आये। बिहार विकास मिशन के महाप्रबंधक मिथिलेश मिश्र और बिहार राज्य सिंगल विंडो ऑपरेटर मल्टी परपस असिस्टेंट संघ के प्रदेश अध्यक्ष आकाश सिंह के बीच हुए द्वीपक्षीय वार्ता में मांगो पर सहमति बनी। बिहार विकास मिशन द्वारा बिंदुवार मांगो पर चर्चा हुई। चौधरी कमिटी की अनुशंसा के मामले में बताया गया कि यह प्रक्रियाधीन है जल्द ही फैसला लागू कर दिया जाएगा, सेकुरिटी मनी वापस कर दिया जाएगा, चरणबद्ध तरीके के स्थानांतरण किया जाएगा तथा दो माह के अंदर चौधरी कमिटी के संकल्प 1003 के अनुसार अवकाश की व्यवस्था हो जाएगी।
जिलाध्यक्ष प्रभात कुमार ने बताया कि हमारी एकजुटता हमारी ताकत है और हम डीआरसीसी के अहम अंग हैं. हमारी महत्ता किसी से कम नहीं है। इस बात का आभास बिहार विकास मिशन को हो गया है। हम प्रदेश अध्यक्ष सहित राज्य स्तर के सभी पदाधिकारिओं, शिक्षा वित्त निगम सहित सभी साथियो का सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हैं एवं इस जीत के लिए बधाई देते हैं.
नालंदा डीआरसीसी के मिडिया प्रभारी संजय विद्यार्थी ने बताया कि हमारी एकजुटता के कारण ही हमारी जीत हुई. पहले तो बिहार विकास मिशन हमारे संघ की वैधता पर ही सवाल खड़ा कर रहा था लेकिन फिर संघ के मांग को सही मानते हुए वार्ता को तैयार हो गया. हड़ताल अवधि का भुगतान भी करने को बोला गया है।
जिला सचिव गीतांजलि सिन्हा ने बताया कि शिक्षा वित्त निगम के कर्मी का साथ भी सराहनीय रहा जिसके कारण बिहार विकास मिशन को हमारी मांग मानने के लिए बाध्य होना पड़ा। डीआरसीसी का कार्य पूर्णतः ठप्प हो गया था. अब हमलोग अपने कार्य पर ख़ुशी-ख़ुशी लौट रहे हैं।
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April 5, 2024