संगीन व जघन्य मामलों में पुलिस को दो महीनों के अंदर करनी होगी चार्जशीट दाखिल : गृह सचिव

एससी-एसटी, पॉक्सो के साथ अन्य जघन्य कांडों का त्वरित अनुसंधान करने का निर्देश
NALANDA । संगीन व जघन्य मामलों में अब पुलिस को दो महीनों के अंदर चार्जशीट दाखिल करनी होगी। ऐसे मामलों की मॉनिटरिंग डीएम व एसपी करेंगे। गुरुवार को गृह सचिव जितेन्द्र श्रीवास्तव व ट्रैफिक आईजी एमआर नायक नालंदा पहुंचे। उन्होंने सर्किट हाउस में जिले के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने जिले में विधि-व्यवस्था की समीक्षा की और क्राइम कंट्रोल का टास्क दिया।उन्होंने कहा कि एससी-एसटी, पॉक्सो के साथ अन्य जघन्य कांडों का त्वरित अनुसंधान करने का निर्देश दिया गया है।
एसपी के देख रेख में अभियान चलाकर करना होगा मामलों का अनुसंधान
अभियान चलाकर इन मामलों का अनुसंधान पूरा करना होगा। इसकी देखरेख खुद एसपी करेंगे। चार्जशीट दाखिल करने के बाद डीएम इन मामलों का ध्यान रखेंगे। हर महीने ऐसे कम से कम पांच मामलों का निष्पादन करना है जिसे बड़े स्तर पर आमलोग प्रभावित होते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि अगले एक-डेढ़ महीने में नालंदा से भी अच्छे परिणाम निकलेंगे। बैठक में डीएम शशांक शुभंकर, एसपी अशोक मिश्रा आदि शामिल हुए। हालांकि, समय की कमी के कारण अधिवक्ताओं के साथ होने वाली बैठक रद्द कर दी गयी।
अधिकतर आपराधिक घटनाओं के पीछे का कारण है भूमि विवाद
उन्होंने कहा कि अधिकतर आपराधिक घटनाओं के पीछे भूमि विवाद है। इस विषय पर अधिकारियों को विशेष निगरानी रखने को कहा गया है। अंचल व थाना स्तर पर कर्मचारी और चौकीदार ऐसे मामलों का चिन्हित करेंगे। फिर उसकी पंजी बनायी जाएगी। सक्षम अधिकारियों द्वारा इन मामलों का निष्पादन किया जाएगा। जबतक इन वादों का अंतिम रूप से निपटारा नहीं हो जाता, ऐसे वादों पर नजर रखी जाएगी।ऐसे वादों को निपटाने के लिए एसडीओ स्थल निरीक्षण करेंगे। कई बार इन मामलों में झूठी गवाही या फर्जी कागजात प्रस्तुत किये जाने का मामला सामने आता है। स्थल निरीक्षण से इनपर लगाम लगेगी। स्थल निरीक्षण के बाद पूरी तरह से इन विवादों का निपटारा किया जाएगा। भूमि विवाद के मामलों में कमी आने पर अपराध भी कम होंगे।